मुरादाबाद : बस रामलहर में ही लहराया भगवा, 1993 में खिला था कमल
आशुतोष मिश्र/मुरादाबाद,अमृत विचार। लोकतंत्र के इतिहास में मुरादाबाद देहात विधानसभा क्षेत्र मुस्लिम उम्मीदवारों का काबा है। यहां देश में अल्पसंख्यक माने गए चेहरे जनता की पसंद बने। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा उम्मीदवार को इसी क्षेत्र ने जंग से बाहर कर दिया। जबकि साल-2017 के विधान सभा चुनाव में भी भाजपा के उम्मीदवार …
आशुतोष मिश्र/मुरादाबाद,अमृत विचार। लोकतंत्र के इतिहास में मुरादाबाद देहात विधानसभा क्षेत्र मुस्लिम उम्मीदवारों का काबा है। यहां देश में अल्पसंख्यक माने गए चेहरे जनता की पसंद बने। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा उम्मीदवार को इसी क्षेत्र ने जंग से बाहर कर दिया। जबकि साल-2017 के विधान सभा चुनाव में भी भाजपा के उम्मीदवार को निराशा ही हाथ लगी। वर्ष 1993 में रामलहर में ही यहां भगवा लहरा पाया था। भाजपा के सुरेश प्रताप सिंह विजयी हुए थे।
देहात विधानसभा क्षेत्र में पहला चुनाव 1957 में हुआ था। परिसीमन के बाद रामगंगा नदी के किनारे की बहुत बड़ी आबादी देहात विधानसभा क्षेत्र में शामिल की गई। साल 2012 का चुनाव उसी परिसीमन के आधार पर हुआ। यह विधानसभा सीट मुस्लिम बाहुल्य है। जबकि हिन्दू में वैश्य, सैनी और ठाकुर वोटर अधिक हैं। अब तक के 16 चुनाव में चार बार हिन्दू प्रत्याशियों ने जीत हासिल की है। 12 बार मुस्लिम प्रत्यशियों का कब्जा रहा है।
अबकी बार भी सपा, बसपा, कांग्रेस में टिकट के दावेदारों की लंबी सूची है। सभी मतदाताओं के विवरण और अपनी जनप्रियता के तराने गुनगुना रहे हैं। सपा विधायक हाजी इकराम कुरैशी अपने दावेदारों को लेकर मूंछ पर ताव देते हैं। कांग्रेसी दावेदारों की लंबी सूची लखनऊ-दिल्ली को दौरा कर रही है। भाजपा, बसपा के पत्ते का सभी को इंतजार है।
समाजवादी पार्टी ने निर्वाचित विधायकों के क्षेत्र से खुले में आवेदन नहीं लिए हैं। लेकिन, अबकी बार बहुत सोच विचार कर पार्टी के पत्ते खोलने के संकेत है। बीते चुनाव में कांग्रेस का सपा के साथ गठबंधन था। जबकि बसपा के तत्कालीन उम्मीदवार किसी चर्चा में नहीं हैं। भाजपा के उम्मीदवार रहे हरिओम शर्मा संगठन के क्षेत्रीय महामंत्री है। मतदाताओं और दलों को विधायक के चेहरों का इंतजार है। साल 2017 के चुनाव में रालोद के कामरान उल हक ऐन वक्त मैदान में कूदे थे और तीसरे नंबर पर रहे। रालोद ने सपा के गठबंधन किया है। लेकिन सीटों का
निर्धारण नहीं हुआ है।
मुरादाबाद देहात – 27
चार बार हिंदू चेहरों को जनता ने जिताकर पहुंचाया विधानसभा
2017 के विधान सभा चुनाव में भी भाजपा उम्मीदवार को मिली निराशा
मुरादाबाद देहात चुनाव परिणाम
उम्मीदवार पार्टी मिले मत प्रतिशत
2017-हाजी इकराम कुरैशी सपा 97916 44.2
हरिओम शर्मा भाजपा 69135 31
2012-शमीम-उल-हक सपा 72,21 40
सुरेश चंद्र सैनी भाजपा 49,477 27
2007-उस्मानुल हक सपा 49194 29
रामवीर सिंह भाजपा 46034 27
2002-शमीमुल हक कांग्रेस 52,367 35
सौलत अली सपा 37,450 25
1996-सौलत अली सपा 49,327 29
मो. रिजवानुल हक आईएनडी 47,349 28
1993-सुरेश प्रताप सिंह भाजपा 56,098 38
सौलत अली सपा 43,365 29
1991-रिजवान अनुलहक जेडी 317873 25
शिवकुमार सिंह भाजपा 26,570 27
1989-मो.रिजवानुल हक जेडी 25,268 27
कुबेर पाल सिंह कांग्रेस 24,675 26
1985-मो. रिजवानुल हक एलकेडी 23,62230 5
रियासत हुसैन जेएनपी 18,10723 5
1980-रियासत हुसैन आईएनडी 15,689 24
शब्बीर इंक (यू) 997015 5
1977-रियासत हुसैन आईएनडी 16,557 32
ओम प्रकाश जेएनपी 15,338 29
