लखीमपुर-खीरी: डीएम साहब यहां तो शवों का हो रहा सौदा

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लखीमपुर-खीरी, अमृतविचा,। हादसा आत्महत्या या अन्य वजहों से अपने बीच से हमेशा के लिए व्यक्ति को खोने वाला परिवार पर पहले से ही दुखों में डूबा होता है।लेकिन जब शव पोस्टमार्टम के लिए आता है तो उसे पोस्टमार्टम कराने के लिए सौदेबाजी से गुजरना पड़ता है। तीन दिन से एक शव रखा हुआ है, लेकिन …

लखीमपुर-खीरी, अमृतविचा,। हादसा आत्महत्या या अन्य वजहों से अपने बीच से हमेशा के लिए व्यक्ति को खोने वाला परिवार पर पहले से ही दुखों में डूबा होता है।लेकिन जब शव पोस्टमार्टम के लिए आता है तो उसे पोस्टमार्टम कराने के लिए सौदेबाजी से गुजरना पड़ता है। तीन दिन से एक शव रखा हुआ है, लेकिन उसका पोस्टमार्टम नहीं किया गया। सोमवार को जब इसकी खबर सोशल मीडिया पर वायरल हुई तो आनन फानन में शव का पोस्टमार्टम किया गया।
15 जनवरी की शाम करीब पांच बजे थाना खीरी के गांव मूसेपुर निवासी 20 वर्षीय संजय कुमार की थाना फरधान क्षेत्र में तेज रफ्तार प्राइवेट बस की टक्कर से मौत हो गयी थी। संजय कुमार प्लंबर का काम करता था। वह काम करने फरधान थाना क्षेत्र के मऊदाऊदपुर गांव पानी की टंकी पर जा रहा था, लेकिन उसके पहले गूम चीनी गांव के पास हादसा हो गया।

15 जनवरी को पुलिस ने पंचायतनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे परिजनों ने जानकारी देते हुए बताया कि जिस प्राइवेट बस ने संजय कुमार को टक्कर मारी। उसी प्राइवेट बस ने एक दूसरे अज्ञात बाइक सवार को भी टक्कर मारी। दूसरी बाइक पर सवार लोग भी गंभीर रूप से घायल हो गए, वहीं पुलिस ने दोनों बाइकों को अपने कब्जे में ले लिया है, जबकि प्राइवेट चालक घटना को अंजाम देने के बाद बस लेकर मौके से फरार हो गया।

परिजनों ने बताया कि पुलिस ने चार बजे शव पोस्टमार्टम हाउस भेजा था। कागज भी पुलिस ले आई थी, लेकिन उस दिन पोस्टमार्टम नहीं हो सका। अगले दिन 16 जनवरी को सबसे पहले करीब 10 बजे परिजन पोस्टमार्टम हाउस पहुचे। परिजनों ने बताया कि पोस्टमार्टम के लिए पहले 700 रुपये दिए गए। इसके बाद कुछ कर्मचारी 1000 की मांग करने लगे।

रुपये देने में असमर्थता जताने पर उन्हें यह कहकर दुत्कार दिया गया कि डीएम साहब से लिखवाकर लाओ। उसके बाद पोस्टमार्टम किया जाएगा। वह लोग डीएम के पास गए। आरोप है वहां उन्हें डीएम से नहीं मिलने दिया। सोमवार को एक बजकर 20 मिनट तक ताला पड़ा रहा, जबकि पांच बजे तक ही पोस्टमार्टम हाउस में शवों का पोस्टमार्टम किया जाता है। इसकी खबर सोशल मीडिया पर वायरल होने पर पोस्टमार्टम कर्मचारियों में खलबली मच गई। आनन फानन में पहुचे डॉक्टर और कर्मचारियों ने शव का पोस्टमार्टम किया।

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