रायबरेली: शैक्षिक नवाचार के लिए बीएसए को मिला राष्ट्रीय पुरस्कार

Amrit Vichar Network
Published By Amrit Vichar
On

रायबरेली। शैक्षिक नवाचार व बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार द्वारा जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी शिवेंद्र प्रताप सिंह को राष्ट्रीय पुरस्कार दिया गया है। कोरोना प्रोटोकॉल के चलते ऑनलाइन माध्यम से पुरस्कार दिया गया। देश में 36 ऐसे शिक्षक हैं जिन्होंने बेसिक शिक्षा क्षेत्र में बेहतर कार्य किए उन्हें कई स्क्रीनिंग …

रायबरेली। शैक्षिक नवाचार व बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार द्वारा जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी शिवेंद्र प्रताप सिंह को राष्ट्रीय पुरस्कार दिया गया है। कोरोना प्रोटोकॉल के चलते ऑनलाइन माध्यम से पुरस्कार दिया गया। देश में 36 ऐसे शिक्षक हैं जिन्होंने बेसिक शिक्षा क्षेत्र में बेहतर कार्य किए उन्हें कई स्क्रीनिंग के बाद इस पुरस्कार के लिए चुना गया। रायबरेली के बीएसए भी उन्हीं लोगों में से एक है जिन्हें पुरस्कार मिला है।

रायबरेली के जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी शिवेंद्र प्रताप सिंह को शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय पुरस्कार से नवाजा गया। शिवेन्द्र प्रताप सिंह 2020-21 सत्र में फतेहपुर में शैक्षिक नवाचार व बच्चों के सर्वांगीण विकास को बढ़ावा देने के कार्य के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार से नवाजा गया।

शिवेंद्र प्रताप सिंह ने जनपद फतेहपुर के कार्यकाल के दौरान प्राथमिक विद्यालय के बच्चों के लिए ढेर सारे ऐसे काम किए थे जो उनके चौमुखी विकास के लिए मील का पत्थर साबित हो हुई। सभी विकास खंडों के खंड शिक्षा अधिकारियों व अध्यापकों को लगातार इस बात के लिए प्रेरित करते रहें कि बच्चों में नैतिक शिक्षा व सामाजिक शिक्षा का भी विकास हो सके।

सबसे पहले प्राथमिक व जूनियर विद्यालयों के अध्यापकों को एक मंच दिया और उनके अंदर निहित ऊर्जा का संचार करने का प्रयास किया। लगातार मोटिवेशनल बैठके व कार्य की प्रेरणा देने का काम भी शुरू किया। जिसके बाद उन शिक्षकों ने बच्चों के चौमुखी विकास के लिए काम करना शुरू किया और एक बेहतर परिणाम सामने आया जिसके बाद कई चरणों की छटनी के बाद शिवेंद्र को राष्ट्रीय पुरस्कार के लिए चयनित किया गया।

बीएसए शिवेंद्र प्रताप सिंह के मुताबिक शैक्षिक नवाचारों व बेहतर काम के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार मिला है। बच्चों में सर्वांगीण विकास के लिए सबसे निम्न स्तर पर पहुंचकर काम किया गया जिसमें सबसे पहले शिक्षकों को एक मंच देखकर उन्हें बेसिक शिक्षा पर काम करने के लिए प्रेरित किया गया। जिसका परिणाम बेहतर आया है।

पढ़ें- रायबरेली: जमीनी विवाद को लेकर जेठ ने की बहू की हत्या, आरोपी गिरफ्तार

संबंधित समाचार