बरेली: बच्चों की किताबें कबाड़ी को बेचने के मामले में खंड शिक्षा अधिकारी पर हो सकती है कार्रवाई, दो सदस्यीय बनी जांच कमेटी
बरेली, अमृत विचार। उत्तर प्रदेश के बरेली में गुरुवार को उच्च प्राथमिक विद्यालय की किताबें कवाड़ी को बेचने के मामले में फरीदपुर ब्लॉक के खंड शिक्षा अधिकारी पर गाज गिरती दिखाई दे रही है। बीएसए विनय कुमार ने शासन से फरीदपुर खंड शिक्षा अधिकारी शशंक मिश्रा पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की संस्तुति की है। साथ ही …
बरेली, अमृत विचार। उत्तर प्रदेश के बरेली में गुरुवार को उच्च प्राथमिक विद्यालय की किताबें कवाड़ी को बेचने के मामले में फरीदपुर ब्लॉक के खंड शिक्षा अधिकारी पर गाज गिरती दिखाई दे रही है। बीएसए विनय कुमार ने शासन से फरीदपुर खंड शिक्षा अधिकारी शशंक मिश्रा पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की संस्तुति की है। साथ ही जांच के लिए दो सदस्यीय कमेटी का भी गठन किया है। यह कमेटी मामले की जांच कर तीन दिनों में अपनी जांच रिपोर्ट बीएसए को सौंपेगी। जिसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी। उधर, इस मामले में दो लोगों पर नामजद रिपोर्ट भी दर्ज की गई है।
भुता और मुख्यालय बीईओ को बनाया जांच अधिकारी
मामले की जानकारी होते ही बीएसए विनय कुमार ने खंड शिक्षा अधिकारी मुख्यालय शीशपाल सिंह और खंड शिक्षा अधिकारी भुता भानुशंकर को मामले की जांच सौंपी है। साथ ही आदेशित किया है कि तीन दिनों के अंदर वह मामले की जांच कर रिपोर्ट सौंपे। जिसके आधार पर बीएसए की तरफ से मामले में कार्रवाई की जाएगी।
क्या था पूरा मामला एक नजर में
दरअसल, गुरुवार को फरीदपुर के हाइवे स्थिति कंजे वाली जियारत पर फरीदपुर के ही रहने वाले अफजाल कवाड़ी की दुकान है। अफजाल की दुकान पर इलाके के कुछ लोगों ने सरकारी स्कूल की किताबों की गड्डियां देखी। जिसके बाद खंड शिक्षा अधिकारी ने पुलिस को फोन कर मामले की जानकारी दी।
पूछताछ में पता चला कि उसके पास शिवम नाम का एक लड़का अपने ई-रिक्शा से उनके पास किताबें पहुंचाने आया था। जिसके बाद पुलिस ने शिवम को भी हिरासत में ले लिया और उससे भी पूछताछ की गई। जिसके बाद पता चला कि अफजाल ने महज 3200 रुपए में वो किताबें खरीदी थी। उधर, शिवम का कहना था कि उसे वह किताबें इनायतपुर से किसी व्यक्ति ने दुकान तक पहुंचाने के लिए कहा था। साथ ही 170 रुपए किराया भी दिया।
ये भी पढ़े-
