सीतापुर: सरकारी स्कूल में न शिक्षा बेहतर न बच्चों को मिल रहा गुणवत्तापूर्ण भोजन
रेउसा/सीतापुर। प्राथमिक विद्यालय में बच्चों को अच्छी शिक्षा देने के साथ गुणवत्तापूर्ण भोजन देकर उनके स्वास्थ्य की बेहतरी के लिए सरकार द्वारा किये जा रहे प्रयासों पर संबंधित जिम्मेदार पानी फेर रहे हैं। बीते दिनों तहसीलदार बिसवां अविचल प्रताप सिंह ने भ्रमण के दौरान क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय खानपुर मोइया में पहुंच कर देखा कि …
रेउसा/सीतापुर। प्राथमिक विद्यालय में बच्चों को अच्छी शिक्षा देने के साथ गुणवत्तापूर्ण भोजन देकर उनके स्वास्थ्य की बेहतरी के लिए सरकार द्वारा किये जा रहे प्रयासों पर संबंधित जिम्मेदार पानी फेर रहे हैं। बीते दिनों तहसीलदार बिसवां अविचल प्रताप सिंह ने भ्रमण के दौरान क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय खानपुर मोइया में पहुंच कर देखा कि बच्चों को परोसे जाने वाले भोजन की गुणवत्ता अत्यंत खराब है।
आलू की सब्जी में मसाले के नाम पर मात्र हल्दी का प्रयोग किया गया है। साथ ही रोटियां भी कच्ची हैं, जिसे देखकर तहसीलदार द्वारा रसोइयों को कड़ी फटकार लगाई गई। रसोइयों द्वारा तहसीलदार को अपना दुखड़ा सुनाते हुए बताया गया कि जिस प्रकार उन्हें सामग्री उपलब्ध कराई जाएगी, भोजन भी उसी हिसाब से तैयार किया जायेगा। बच्चों को दिये जाने वाले दूध के बाबत कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिल सका।
तहसीलदार द्वारा विद्यालय में उपस्थित बच्चों से एबीसीडी व गिनती पहाड़ा सुनाने की बात पर बच्चों ने उल्टी सीधी एबीसीडी व गिनती पहाड़ा सुनाए जाने पर शिक्षकों से नाराजगी जाहिर की। उन्होंने प्रधानाध्यापक को निर्देशित करते हुए बच्चों को शुद्ध पौस्टिक भोजन व गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने की बात कही।
जानकारों का कहना है कि क्षेत्र के सेउता, खरौंहा, इटौरी, अकसोहा, बरौली, मधवापुर, शिवपुरी, थौरा, नेवादा सहित अनेक विद्यालयों में बच्चों की शिक्षा एवं उन्हें परोसे जाने वाले गुणवत्तापूर्ण भोजन के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। जिससे नौनिहालों का स्वास्थ्य एवं भविष्य संवारने की सरकारी मंशा पर पानी फिर रहा है।
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