Rich Dad Poor Dad: अलग नजरिए से देखें लाइफ- अमीर लोग के लिए पैसा काम करता हैं
लखनऊ। धनी पिता और गरीब पिता रॉबर्ट कियोसाकी और उनके दो डैड्स के बारे में हैं– उनके असली पिता (गरीब डैड) और उनके सबसे अच्छे दोस्त के पिता (अमीर डैड) के बारे में है यह किताब है, जिसका नाम Rich Dad Poor Dad है। और जिन तरीकों से दोनों पुरुषों ने पैसे और निवेश के …
लखनऊ। धनी पिता और गरीब पिता रॉबर्ट कियोसाकी और उनके दो डैड्स के बारे में हैं– उनके असली पिता (गरीब डैड) और उनके सबसे अच्छे दोस्त के पिता (अमीर डैड) के बारे में है यह किताब है, जिसका नाम Rich Dad Poor Dad है। और जिन तरीकों से दोनों पुरुषों ने पैसे और निवेश के बारे में अपने विचारों को आकार दिया। आपको अमीर होने के लिए उच्च आय अर्जित करने की आवश्यकता नहीं है। अमीर लोग के लिए पैसा काम करते हैं। उसके बारे में लिखा है जिसकी पूरी जानकारी आपको पूरा पढ़ने से मिन जाएगी।
मैं जितना ज़्यादा ‘परिष्कृत” होता जाता हूँ, उतने डी अवसर मुझे मिलते जाते हैं| ज़िंदगी में फ़ायलेंशियल बुद्धि विकसित करने का एक और फ़ायदा यह होता हैं कि इससे आपके सामने ज़्यादा अवसर आते हैं।
और आपकी फ़ायनेंशियल बुद्धि जितनी ज़्यादा बढ़ती जाती हैं, आपके लिए यढ बताना आसान होता जाता हैं कि कोई सौदा अच्छा हैं या बुय। आपकी बुद्धि तत्काल एक बुरे सौदे को पहचान सकती हैं या एक बुरे सौदे को अच्छे सौंदे में बदल सकती है।
मैं जितना ज़्यादा सीखता हूँ– और सीखने के लिए अभी बहुत कुछ बाकी हैं– मैं उतना डी ज़्यादा पैसा सिर्फ़ इसलिए कमाता हूँ क्योंकि समय के साथ-साथ मेरा अनुभव और बुद्धि बढ़ती जाती हैं।
मेरे कुछ दोस्त अब भी सुरक्षित खेल खेल रे हैं और अपने प्रोफ़ेशन में कड़ी मेडजत कर रडे हैं परंतु उनकी फ़ायनेंशियल बुद्धि विकसित नहीं डो पाई हैं जिसे विकसित डोने में बहुत समय लगता है मेरी कुल जमा फ़िलॉसफ़ी हैं अपने संपत्ति वाले कॉलम में बीज बोला।
यह मेरा फ़ॉर्मूला है। में छोटे पैमाने पर शुरू करता हूँ और बीज बोता डूँ। कुछ बीज उग जाते हैं और कुछ नहीं उगते। डमारे रियल एस्टेट कॉरपोरेशन में हमारे पास करोड़ों डॉलर की प्रॉपर्टी हैं। यह डमारा अपना आर.ई.आई.टी., यानी रियल एस्टेट इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट हैं।
अब मैं आपको यह पते की बात बताना चाहता हूँ कि इन करोड़ों में से कई प्रॉपर्टीज़ तो 5,000 डॉलर से 10,000 डॉलर के निवेश से शुरू हुई थीं। नक़ठ पैसे से ख़रीदी गई यह प्रॉपर्टीज़ ख़ुशक़िस्मती से तेज़ी से बढ़ते बाज़ार में ज़्यादा कीमत हो गई थीं और टैक्स से मुक्त रहते हुए इन्हें ख़रीठा और बेचा गया था और ऐसा कई सालों तक किया गया था।
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