बाराबंकी: दरियाबाद ब्लॉक में भ्रष्टाचार चरम पर, 25 रुपए में खरीद रहे 14 रुपये वाली ईंट
दरियाबाद/बाराबंकी। यूपी के दरियाबाद ब्लॉक में भ्रष्टाचार चरम पर है। यहां पर कमीशनखोरी सर चढ़कर बोल रही है।।बगैर कमीशन एक भी टेबल से फाइल आगे नहीं बढ़ती है। कमीशन का मामला एंटीकरप्शन टीम के द्वारा रंगे हाथ सचिव को पकड़े जाने के बाद कोई सुधार नहीं हुआ है। ब्लॉक में कमीशन खोरी इस कदर हावी …
दरियाबाद/बाराबंकी। यूपी के दरियाबाद ब्लॉक में भ्रष्टाचार चरम पर है। यहां पर कमीशनखोरी सर चढ़कर बोल रही है।।बगैर कमीशन एक भी टेबल से फाइल आगे नहीं बढ़ती है। कमीशन का मामला एंटीकरप्शन टीम के द्वारा रंगे हाथ सचिव को पकड़े जाने के बाद कोई सुधार नहीं हुआ है।
ब्लॉक में कमीशन खोरी इस कदर हावी है कि एक ईंट पर करीब दस रुपये से ज्यादा का कमीशन सचिव व प्रधान निगल रहे है। जो ईंट मार्केट में आम व्यक्ति के लिए 14 से 15 रुपये में दी जाती है, वही ईंट ब्लॉक में जीएसटी लेकर लगभग 26 रुपए में खरीदी जाती है। प्रति ईंट करीब दस रुपए का कमीशन में जिम्मेदार डुबकी लगा रहे है।
दरियाबाद ब्लॉक में 71 ग्राम पंचायतें है। इन ग्राम पंचायतों में इन्टरलॉकिंग खूब हो रहा है। तेलमा, लालपुरगुमान, अलियाबाद, नोहरेपुर, सराय सिंघई समेत तमाम गाँव ऐसे है जहां पर इन्टरलॉकिंग हुई है। इन गांवों में हुए भुगतान का बिल देखे तो सभी की फर्में अलग अलग भले हैं, लेकिन भुगतान का रेट एक जैसा है। दुकान से दूरी चाहे कम हो या ज्यादा, लेकिन दाम में कोई अंतर नही आया।
हर ग्राम पंचायत में 25 रुपए 96 पैसे का भुगतान प्रति ईंट के हिसाब से किया गया है। जबकि बाजार में वही ईंट 14 से 15 रुपये में मिल जाती है। ईंट विक्रेता भी आसानी से यह ईंट इतने रेट में ईंट लोगों को उपलब्ध करा देते है। लेकिन जैसे ही सरकारी कार्य के लिए खरीदा जाता है, वैसे प्रति ईंट के रेट में दस रुपए का इजाफा हो जाता है।
दूरी का भी खेल
ब्लॉक में भुगतान को लेकर दूरी और फर्म का ख्याल रखा जाता है। सामान भले ही नजदीकी दुकान या ईंट भट्ठे से खरीद लिया जाता है, लेकिन भुगतान किसी दूर की फर्म का किया जाता है। ताकि रेट में दूरी की कमी और ज्यादा होने से कोई उंगली न उठ सके। ऑडिट में भी बचने का खेल बड़े ही बारीकी से खेला जाता है।
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