पीलीभीत: बच्चों को मिले शिक्षा, अभिभावकों को करें जागरूक
पीलीभीत, अमृत विचार। जिलाधिकारी पुलकित खरे ने मंगलवार को स्कूल चलो अभियान को लेकर गूगल मीट द्वारा संकुल प्रभारी, खंड शिक्षा अधिकारी एवं अध्यापकों संग बैठक की। इस दौरान स्कूल चलो अभियान में शासन की मंशा के तहत काम करने पर जोर दिया। हर बच्चे को शिक्षा से जोड़ने के निर्देश दिए। संकुल प्रभारी एवं …
पीलीभीत, अमृत विचार। जिलाधिकारी पुलकित खरे ने मंगलवार को स्कूल चलो अभियान को लेकर गूगल मीट द्वारा संकुल प्रभारी, खंड शिक्षा अधिकारी एवं अध्यापकों संग बैठक की। इस दौरान स्कूल चलो अभियान में शासन की मंशा के तहत काम करने पर जोर दिया। हर बच्चे को शिक्षा से जोड़ने के निर्देश दिए।
संकुल प्रभारी एवं बीईओ को निर्देश दिए कि अभियान के अंतर्गत अप्रैल माह में योजना तैयार की जाए। इसके अंतर्गत तीन श्रेणी में कार्यों को विभाजित कर अभियान को सफल बनाएं। पहली श्रेणी के तहत उन बच्चों को जो अभी तक आंगनबाडी केंद्रों पर जाकर सीख रहे थे उन्हें प्राथमिक विद्यालय में प्रथम कक्षा में प्रवेश दिलाया जाए। जिला कार्यक्रम अधिकारी समस्त आंगनबाड़ी केंद्रों के बच्चों की सूची बनाएं जिनका आंगनबाड़ी केंद्र में सीखने का समय पूर्ण हो चुका है।
बच्चों की सूची बेसिक शिक्षा अधिकारी को दें। इसके बाद समस्त अध्यापक उनके अभिभावकों से मिलकर विद्यालय द्वारा उपलब्ध कराई जा रही सुविधाओं के बारे में जानकारी देकर प्रवेश को प्रोत्साहित करें। द्वितीय श्रेणी में ऐसे बच्चों का शत-प्रतिशत प्रवेश दिलाएं, जिन्होंने इस वर्ष प्राथमिक विद्यालयों से कक्षा पांच की परीक्षा पास कर ली है।
बच्चों की सूची प्रत्येक प्राथमिक विद्यालय द्वारा तैयार की जाए। अभिभावकों से मिलकर पास के उच्च प्राथमिक विद्यालय में उनका प्रवेश शत-प्रतिशत कराना सुनिश्चित करेंगे। तृतीय श्रेणी में ऐसे बच्चे जो उच्च प्राथमिक विद्यालय से आठवीं कक्षा पास कर चुके हैं उनका इस वर्ष नौवीं कक्षा में शत-प्रतिशत प्रवेश दिलाया जाए।
डीएम ने कहा कि जैसे चुनाव के दौरान डोर-टू-डोर जागरूक किया गया। वैसे ही अभिभावकों को शिक्षा का महत्व बताते हुए बच्चों को विद्यालय भेजने के लिए प्रोत्साहित करें। इसके साथ ही जिलाधिकारी ने मिशन कायाकल्प के संबंध में समीक्षा बैठक की। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया कि उन विद्यालयों की सूची उपलब्ध कराएं जहां कायाकल्प के शेष कार्य बचे हैं। फर्नीचर, दिव्यांग शौचालय आदि को लेकर भी सूची मांगी। मुख्य विकास अधिकारी प्रशांत कुमार श्रीवास्तव, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी चंद्रकेश सिंह, जिला पंचायतराज अधिकारी सुबोध जोशी, जिला कार्यक्रम अधिकारी अरविंद कुमार आदि उपस्थित रहे।
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