Moradabad: कोहरे के कारण थमी वाहनों की रफ्तार, एक घंटे में तय हुआ 25 मिनट का सफर
मुरादाबाद, अमृत विचार। शहर में शीतलहर और घने कोहरे ने जनजीवन प्रभावित कर दिया है। बीती रात दृश्यता शून्य के करीब पहुंच गई, जिससे सड़कों पर चलना जोखिम भरा हो गया। मंगलवार देर रात से ही कोहरे की चादर छा गई थी और ठंडी हवा के साथ गलन बढ़ती चली गई। हालात ऐसे रहे कि वाहन चालकों को रास्ता दिखाई देना मुश्किल हो गया। नतीजतन कई प्रमुख मार्गों पर रफ्तार बेहद धीमी रही और हादसे का डर बना रहा। बुधवार को भी सुबह से कोहरा छाया रहा।
बुधवार को कोहरे के कारण रोजमर्रा का सफर भी कठिन हो गया। आमतौर पर 25 मिनट में तय होने वाला रास्ता लोगों ने करीब एक घंटे में पूरा किया। दोपहिया वाहन चालकों और पैदल यात्रियों को सबसे ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ा। कोहरे में अचानक सामने से वाहन आ जाने के डर से लोग बार-बार ब्रेक लगाते दिखे। वहीं, हाईवे और शहर के बाहरी इलाकों में भारी वाहनों की आवाजाही भी प्रभावित रही। यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए नगर निगम और जिला प्रशासन की ओर से रात भर सड़कों पर सतर्कता अनाउंसमेंट कराया गया।
पीएससी तिराहा, पीलीकोठी, महाराणा प्रताप चौक, कपूर कंपनी, रेलवे स्टेशन रोड, रोडवेज बस स्टैंड के बाहर, हनुमान मूर्ति तिराहा समेत महानगर में जगह-जगह लाउडस्पीकर के माध्यम से वाहन चालकों से धीमी गति से चलने, फॉग लाइट का उपयोग करने और आगे चलने वाले वाहनों से सुरक्षित दूरी बनाए रखने की अपील की जाती रही। प्रमुख चौराहों और व्यस्त मार्गों पर पुलिसकर्मी भी तैनात रहे। मौसम विभाग के अनुसार बुधवार को अधिकतम तापमान 19 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 11 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। उत्तर-पश्चिमी ठंडी हवाओं के चलते आने वाले दिनों में कोहरा और गलन बने रहने की संभावना है।
नहीं निकला सूरज, अलाव ने पहुंचाई राहत
सुबह से ही कोहरा छाया रहा और दिनभर ठिठुरन बनी रही। सूरज नहीं निकला, जिससे ठंड का असर और बढ़ गया। लोग ऊनी कपड़ों में लिपटे नजर आए और सुबह-शाम अलाव के सहारे ठंड से राहत पाने की कोशिश करते दिखे। बाजारों में भी देर से चहल-पहल शुरू हुई।
