बरेली: फोन नंबर बदलकर बैंकों को धोखा दे रहे पीएम स्वनिधि के लाभार्थी
बरेली, अमृत विचार। शासन की ओर से आर्थिक रूप से कमजोर रेहड़ी-पट्टी वालों के लिए चलाई गई पीएम स्वनिधि योजना के लाभार्थियों को ढूंढने के लिए बैंककर्मियों को काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। बैंक कर्मियों के अनुसार योजना के तहत आवेदन पत्र में दिए गए नंबर को बंद कर दिया गया है, जिससे उन …
बरेली, अमृत विचार। शासन की ओर से आर्थिक रूप से कमजोर रेहड़ी-पट्टी वालों के लिए चलाई गई पीएम स्वनिधि योजना के लाभार्थियों को ढूंढने के लिए बैंककर्मियों को काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। बैंक कर्मियों के अनुसार योजना के तहत आवेदन पत्र में दिए गए नंबर को बंद कर दिया गया है, जिससे उन लाभार्थियों से रिकवरी की प्रक्रिया में परेशानी आ रही है।
बैंक अधिकारियों के अनुसार किसी भी लाभार्थियों को शासन की ओर से मिलने वाली स्वनिधि योजना के तहत राशि को निर्धारित समय में वापस करने पर अगली बार पात्रों को 20 हजार रुपये की धनराशि आवंटित की जाती है। वहीं, दोनों लोन की रिकवरी के बाद दोबारा आवेदन पर लाभार्थी को बैंक की ओर से 50 हजार रुपये का ऋण उपलब्ध कराया जाता है।
जिले में पीएम स्वनिधि योजना के तहत करीब 25 हजार लोगों को ये राशि मिल चुकी है। वहीं, शासन-प्रशासन की ओर से लगातार योजना के तहत ऋण के लिए बैंकों को पेडेंसी खत्म करने को लेकर निर्देश जारी किए जा रहे है। आंकड़ों के अनुसार योजना के 15 फीसद लाभार्थियों ने रिकवरी न करने के उद्देश्य से अपना फोन नंबर बदल लिया या बंद कर दिया है। जिससे बैंककर्मियों को परेशानी हो रही है। हालांकि, आवेदन के समय आवश्यक दस्तावेजों से लाभार्थी का पता तो मिल जाता है, लेकिन उससे मिलने के लिए कर्मियों को चक्कर काटने पड़ते हैं। इससे निपटने के लिए बैंक अधिकारियों की ओर से कवायद की जा रही है।
प्रदेश में बरेली को मिला 72 स्थान
पीएम स्वनिधि योजना का लाभ पहुंचने के लिए बरेली को उत्तर प्रदेश में 72 स्थान मिला है। हालांकि जिला प्रशासन की ओर से लगातार योजना के लाभार्थियों की संख्या बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है। जिले में 28914 आनलाइन किये गये। आवेदन के क्रम में मात्र 25498 ऋण स्वीकृत एवं 24670 ऋण ही वितरित किये गये हैं। वर्तमान में आनलाइन आवेदन के सापेक्ष स्वीकृति के लिए 2966 तथा वितरण के लिए 828 आवेदन लम्बित हैं। द्वितीय चरण के लिये 985 आनलाइन किये गए।
जिले में पीएम स्वनिधि योजना के लाभार्थियों के आवेदन की पेडेंसी के लिए सभी बैंकों को निर्देश जारी कर दिए गए हैं। लाभार्थी द्वारा फोन नंबर बदलने के कारण दिक्कत हो रही है। बैंकों की ओर से लाभार्थियों को एक अतिरिक्त नंबर उपलब्ध करना होगा।
—एमएम प्रसाद, जिला अग्रणी बैंक
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