बरेली: बारिश से पहले खोदे जायेंगे 258 तालाब, किया जायेगा जल संचयन
बरेली, अमृत विचार। बारिश से पहले जल संग्रहण किये जाने के लिए विभाग ने तैयारी कर ली है। इसके लिए विकासखंड अधिकारियों को निर्देश जारी किये जा चुके हैं। 18 अप्रैल से 258 तालाबों की खोदाई शुरू कर दी जाएगी, इसके अलावा वाटर हार्वेस्टिंग की भी समुचित व्यवस्था की जाएगी। 15 जून तक काम पूरा …
बरेली, अमृत विचार। बारिश से पहले जल संग्रहण किये जाने के लिए विभाग ने तैयारी कर ली है। इसके लिए विकासखंड अधिकारियों को निर्देश जारी किये जा चुके हैं। 18 अप्रैल से 258 तालाबों की खोदाई शुरू कर दी जाएगी, इसके अलावा वाटर हार्वेस्टिंग की भी समुचित व्यवस्था की जाएगी। 15 जून तक काम पूरा किये जाने के निर्देश दिये गये हैं।
जिले में गिरते जलस्तर को सुधारने के लिए अब 258 ग्राम पंचायतों में तालाब खुदवाए जाएंगे। इसके लिए मनरेगा से प्रस्ताव तैयार कर लिया गया है। कोशिश है कि मानसून आने से पहले इन तालाबों को खोद दिया जाए, जिससे बारिश के पानी से तालाब आसानी से भर जाएं। जनपद में भू गर्भ जलस्तर को सुधारने के लिए अधिकारी तमाम कवायद कर रहे हैं।
डीएम शिवाकांत द्विवेदी के निर्देश पर प्रत्येक ग्राम पंचायत में एक-एक नया तालाब खुदवाए जाने की तैयारी भी शुरू हो गई है। इन तालाबों को बारिश के पानी के अलावा आसपास से निकली नहर या माइनर से जोड़ने की भी व्यवस्था की जा सकती है, जिससे तालाब में हर समय पानी भरा रह सके। फिलहाल इन तालाबों को 15 जून तक हर हाल में खोदने के निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा सरकारी एवं अर्द्ध सरकारी भवनों में वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाए जाने के निर्देश दिये गए हैं।
गांवों का गंदा पानी पहले छोटे तालाब में आएगा
विभागीय जानकारी के मुताबिक इस बात पर भी कोशिश की जा रही है कि ग्राम सभा का गंदा पानी पहले एक छोटे तालाब में छोड़ा जाए, जिससे उसकी गंदगी उसी में बैठ सके। इस छोटे तालाब के ओवर फ्लो होने पर पानी दूसरे तालाब में जा सकेगा। इससे मुख्य तालाब में साफ पानी पहुंच सकता है। हालांकि इस पर अन्य विभागीय अफसरों के साथ जल्द ही विचार-विमर्श किया जा सकता है।
तालाब में मत्स्य पालन भी हो सकता
तालाब में मस्त्य पालन कराने के लिए संबंधित विभाग को भी जोड़ा जा सकता है। इससे जहां तालाब में मछली का ठेका देने से आमदनी होगी वहीं तालाब का सदुपयोग भी हो सकेगा। इसके अलावा मच्छरों का लार्वा खाने वाली गंबूसिया मछली पालन भी किया जा सकता है इससे गांव में मच्छरों की बढ़ती आबादी पर अंकुश लगेगा।
जनपद का जलस्तर सुधारने के लिए 258 ग्राम सभाओं में तालाब खोदे जाएंगे। मनरेगा से इन तालाबों को खोदने के साथ ही बारिश के पानी से भरने की व्यवस्था की जाएगी। —गंगाराम, उपायुक्त श्रम रोजगार
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