उन्नाव: वाह री पुलिस! नाबालिग व मानसिक बीमार को बना दिया मिनी गुंडा

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उन्नाव। पुलिस की अजीबो गरीब कार्यशैली अक्सर चर्चा का विषय बनती है। कई बार ऐसे मामले भी सामने आ जाते हैं जो पूरी व्यवस्था पर सवाल खड़े हो जाते है। ऐसा ही एक प्रकरण अचलगंज थाना क्षेत्र में सामने आया है। जिसमें पुलिस ने नाबालिग और मानसिक रूप से मंदित किशोर पर मिनी गुंडा एक्ट …

उन्नाव। पुलिस की अजीबो गरीब कार्यशैली अक्सर चर्चा का विषय बनती है। कई बार ऐसे मामले भी सामने आ जाते हैं जो पूरी व्यवस्था पर सवाल खड़े हो जाते है। ऐसा ही एक प्रकरण अचलगंज थाना क्षेत्र में सामने आया है। जिसमें पुलिस ने नाबालिग और मानसिक रूप से मंदित किशोर पर मिनी गुंडा एक्ट की कार्रवाई कर दी।

इसका खुलासा तब हुआ जब दूसरी बार समन उसके घर पहुंचा। अचलगंज क्षेत्र के बदरका गांव में 6 जुलाई 21 को लोनिया विरादरी के कमला व दयाराम में मारपीट हुई थी। कमला पत्नी ठाकुर प्रसाद की तहरीर पर पुलिस ने शिवमंगल पुत्र दयाराम, दयाराम पुत्र लटूरी, शिवबरन पुत्र दयाराम समेत नाबालिग पर शांति भंग की कार्रवाई की।

विधानसभा चुनाव में छोटे मोटे झगड़ों के मामले मेंआरोपियों पर मिनी गुंडा एक्ट की कार्रवाई हुई थी। तत्कालीन बदरका चौकी प्रभारी वीर बहादुर सिंह की रिपोर्ट पर बीती 22 दिसंबर 2021 को सीओ कार्यालय से नाबालिग पर मिनी गुंडा एक्ट का अनुमोदन हुआ। जिसके बाद एसडीएम सदर कार्यालय से उसको नोटिस भेजी गई थी।

13 जनवरी 22 को डीएम कार्यालय में पेश होकर एक लाख की जमानत देने को कहा गया था हालांकि नाबालिग पहुंचा नहीं। 30 मई को दाेबारा उसे नोटिस पहुंची जिसके बाद यह मामला उजागर हुआ। उसके आधार कार्ड में जन्म तिथि 15 जनवरी 2005 दर्ज है। परिजनों के मुताबिक वह मानसिक बीमार भी रहता है।

उनका कहना है कि पुलिस ने बिना जांच किए ही कार्रवाई कर दी। थाना अध्यक्ष अचलगंज अरविंद कुमार पांडेय ने मामले से अनभिज्ञता जताई है। वहीं, सीओ बीघापुर डीपी सिंह ने कहा कि प्रकरण की बारीकी से जांच की जा रही है। दिखवाया जा रहा है कि आखिर यह चूक कहां हुई है।

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