मुरादाबाद की मेधा से प्रदेश चकाचौंध

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विनोद श्रीवास्तव, अमृत विचार। विश्व में पीतल नगरी के नाम से पहचाने जाने वाले मुरादाबाद के मेधावियों ने अपनी प्रतिभा से प्रदेश को पहली बार चकाचौंध कर दिया है। संस्कृति की उड़ान से जिले को जहां प्रदेश में नया मुकाम हासिल हुआ, वहीं इस पीतल नगरी को अब शिक्षा के क्षेत्र में भी कमतर नहीं …

विनोद श्रीवास्तव, अमृत विचार। विश्व में पीतल नगरी के नाम से पहचाने जाने वाले मुरादाबाद के मेधावियों ने अपनी प्रतिभा से प्रदेश को पहली बार चकाचौंध कर दिया है। संस्कृति की उड़ान से जिले को जहां प्रदेश में नया मुकाम हासिल हुआ, वहीं इस पीतल नगरी को अब शिक्षा के क्षेत्र में भी कमतर नहीं आंका जाएगा। पूर्व में चौपला के नाम से पहचाने जाने वाले शहर को मुरादाबाद के नाम से पहचान की शुरुआत 1600 में मुगल सम्राट शाहजहां के बेटे मुराद के नाम पर रखे जाने से हुई थी। बाद में इस शहर को मुरादाबाद के नाम से पहचान मिली। यह शहर पीतल के कारोबार के नाम से विश्व में पहचान पाया तो इसे लोग पीतल नगरी के नाम से भी जानने लगे।

हिमालय की तराई और कुमाऊं क्षेत्रों में व्यवसाय और दैनिक जीवनोपयोगी वस्तुओं की प्राप्ति के प्रमुख स्थान के रूप में भी जाने वाले मुरादाबाद को अब तक शिक्षा के केंद्र के रूप में नहीं जाना पहचाना गया, मगर इस वर्ष यूपी बोर्ड की परीक्षा में सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज गुलाबबाड़ी की हाईस्कूल की छात्रा संस्कृति ठाकुर ने लड़कियों के वर्ग में टॉप कर और ओवरऑल प्रदेश में दूसरा स्थान लाकर साबित कर दिया कि जिले के छात्राओं को कमतर आंकना गलत होगा। वहीं, इंटरमीडिएट में भी प्रदेश के टॉप- 10 की सूची में जिले के एमडी इंटर कॉलेज पट्टी मूढा कांठ के जतिन राज पांचवीं और 10वीं रैंक पर आए संदीप तिवारी ने खुद की श्रेष्ठता साबित कर प्रदेश में अपना जलवा बिखेरा।

इस परिणाम के बाद अब पूरे प्रदेश की निगाहें पीतल नगरी के नाम से विख्यात मुरादाबाद पर खुद-ब-खुद पड़नी तय है। यूपी बोर्ड के परीक्षाफल ने शिक्षाविदों को भी जिले के बारे में नए सिरे से सोचने के लिए विवश कर दिया है।

आईएएस बनना चाहती हैं संस्कृति
हाईस्कूल में लड़कियों में प्रदेश में शिखर पर चमकने वाली संस्कृति ठाकुर आईएएस बनना चाहती हैं। उनके पिता राकेश सिंह गुलाबबाड़ी में ही गत्ते का कारोबार करते हैं। जबकि मां नीतू सिंह गृहिणी हैं। संस्कृति ने सभी विषयों में ग्रेड वन लाकर खुद के मंसूबे को जाहिर कर दिया है। परिवार में माता-पिता के अलावा उनको लेकर तीन बहनें हैं। इनमें बड़ी बहन सिमरन और छोटी बहन इशिका हैं, जो बीएससी कर रही हैं। हाल में आए सिविल सर्विसेज 2021 के परिणाम में बिजनौर की बेटी श्रुति शर्मा के पूरे देश में नंबर वन रैंक लाने से प्रेरित संस्कृति भी प्रशासनिक सेवा में जाकर देश की सेवा करना चाहती हैं।

नारी शक्ति की प्रतीक बनीं संस्कृति ठाकुर
जिले की मेधा ने यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के परीक्षाफल में प्रदेश में डंका बजाया है। संस्कृति ठाकुर ने जहां लड़कियों में पूरे प्रदेश में टॉप किया, वहीं इंटर में एमडी इंटर कॉलेज पट्टी मूढ़ा कांठ के जतिन राज व संदीप तिवारी ने खुद को साबित किया। 97.50 प्रतिशत हासिल करने वाली संस्कृति ने अंकों का ऐसा मीनार खड़ा किया कि वह प्रदेश में नारी शक्ति की प्रतीक के रूप में नंबर एक पर पहुंच गईं। 585 नंबर लाकर संस्कृति ने लड़कियों में टॉप किया। उनके बाद राहुल जोशी ने 574 नंबर के साथ जिले में दूसरा स्थान पाया है। टॉप-10 की सूची में स्थान पाने वाले छात्र अन्य के लिए नजीर बने हैं। इंटरमीडिएट में भी जिले के टॉपर लिस्ट में नंबर एक पर रहने वाले जतिन राज प्रदेश की सूची में पांचवें तो संदीप तिवारी जो जिले में दूसरे हैं, वह प्रदेश की रैंक में 10वें स्थान पर आए। तीसरे नंबर पर उनके ही कॉलेज के शनि सिंह रहे।

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