अयोध्या: साहब! मैं जिंदा हूं, मेरी जमीन वापस दिला दीजिए- पीड़ित की गुहार, जानें मामला
अयोध्या। साहब! मैं जिंदा हूँ। मेरी जमीन मुझे वापस दिला दीजिए। राजस्व कर्मी ने खतौनी में मुझे मृत दिखाकर दूसरे का नाम वरासत दर्ज कर दिया है। संपूर्ण समाधान दिवस में पेश होकर अपनी व्यथा सुनाते हुए हरीलाल ने अपने जिंदा होने का सुबूत दिया। यह सुनते ही सभी अधिकारी अवाक रह गए।उप जिला मजिस्ट्रेट …
अयोध्या। साहब! मैं जिंदा हूँ। मेरी जमीन मुझे वापस दिला दीजिए। राजस्व कर्मी ने खतौनी में मुझे मृत दिखाकर दूसरे का नाम वरासत दर्ज कर दिया है। संपूर्ण समाधान दिवस में पेश होकर अपनी व्यथा सुनाते हुए हरीलाल ने अपने जिंदा होने का सुबूत दिया। यह सुनते ही सभी अधिकारी अवाक रह गए।उप जिला मजिस्ट्रेट ने जल्द कार्रवाई का आश्वासन देकर शिकायतकर्ता को घर भेजा।
मामला तहसील क्षेत्र बीकापुर के ग्राम पंचायत जाना बाजार का है। गांव निवासी हरीलाल पुत्र फेरई की जमीन गाटा संख्या 2300, 1423 ,1426 फसली के खसरा पीड़ित के नाम है। इसी गाटा संख्या में 1427 ,1432 फसली के खसरा में हरीलाल को मृत दिखाकर उनकी जमीन भाई हीरालाल की पत्नी राजपति के नाम राजस्व विभाग ने दर्ज कर दी।
पीड़ित ने खतौनी की आवश्यकता पड़ने पर जब नकल निकाली तो उसके होश उड़ गए। क्योंकि उसके खतौनी में उसे मृत दिखा दिया गया था। दूसरे का नाम दर्ज हो चुका था, जिसकी शिकायत पीड़ित ने शनिवार को संपूर्ण समाधान दिवस तहसील बीकापुर में पहुंच की। शिकायत के निस्तारण के लिए खतौनी में नाम दर्ज कराने का आश्वासन एसडीएम प्रशान्त कुमार ने पीड़ित को दिया है।
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