अब महिलाओं की बारी: आधी आबादी के कंधों पर कानपुर देहात की पूरी जिम्मेदारी
कानपुर। “कोई भी देश यश के शिखर पर तब तक नहीं पहुंच सकता जब तक उस राष्ट्र की आधी आबादी (महिलाएं) कंधे से कंधे मिलाकर ना चलें। “आज महिलाओं का योगदान सभी क्षेत्र में अहम हैं। महिलाएं किसी भी देश के विकास का मुख्य आधार होती हैं। वे परिवार, समाज और देश की तरक्की में …
कानपुर। “कोई भी देश यश के शिखर पर तब तक नहीं पहुंच सकता जब तक उस राष्ट्र की आधी आबादी (महिलाएं) कंधे से कंधे मिलाकर ना चलें। “आज महिलाओं का योगदान सभी क्षेत्र में अहम हैं। महिलाएं किसी भी देश के विकास का मुख्य आधार होती हैं। वे परिवार, समाज और देश की तरक्की में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।
आज महिलाएं हर क्षेत्र में खुद को साबित कर रही हैं एवं पुरुषों के साथ बराबरी से चल रहीं। लेकिन आज भी कई क्षेत्रों में महिलाओं को पुरुषों के बराबर अधिकार नहीं मिल रहा है। उन्हें अपने अधिकारों के लिए लड़ना पड़ रहा है। वहीं हमारे देश मे लगातार घट रही महिलाओं की संख्या और बढ़ रहे भ्रूण हत्या, महिलाओं पर अत्याचार और बलात्कार के मामले काफी चिंताजनक हैं।
लेकिन अभी भी दुनिया के उन्नत देशों में भी महिला सशक्तिकरण की स्वीकृति पर सवाल हैं, जबकि राजनीतिक दबाव में विकासशील देशों और राष्ट्र तो महिला समानता के अधिकार को पूर्ण रूप से स्वीकारने से काफी दूर हैं। लेकिन अब बीते कुछ सालो से इसमें थोड़े-थोड़े बदलाव आ रहे हैं। ऐसा ही बदलाव देखने को मिला यूपी के कानपुर देहात में, जहां वर्तमान में ज्यादातर महत्वपूर्ण प्रशासनिक/राजनैतिक पदों की जिम्मेदारी महिलाओं के हाथों में है।
यूपी के कानपुर जिले से वर्ष 1981 में अलग होकर कानपुर देहात जिला अस्तित्व में आया। लेकिन, देश में उस समय यह जिला ज्यादा चर्चा में आया जब यहां के रामनाथ कोविंद देश के राष्ट्रपति बने। इसके साथ ही कानपुर देहात का विकास तेजी से बढ़ा और प्रशासनिक अमले में महिला सशक्तिकरण का जो रूप वर्तमान में देखने को मिल रहा है वह कानपुर देहात जनपद के इतिहास में कभी नहीं रहा।
एक स्त्री सारे रिश्तों को कितने अच्छे से संभालती है, इसकी निसाल यूपी के कानपुर देहात में देखने को मिलती है। डीएम से लेकर ड्रग इंस्पेक्टर तक महिलाओं की कानपुर देहात में महती भूमिका है और ये अफसर बेटियां इसे बखूबी निभा रही हैं।
कानपुर देहात में डीएम नेहा जैन, एसपी सुनीति, सीडीओ सौम्या पांडेय, एडीएम प्रशासन गरिमा सिंह, एसडीएम डेरापुर साक्षी शर्मा, एसडीएम भूमिका यादव, एसडीएम पूनम गौतम, डीपीआरओ नमिता शरण, एआरटीओ प्रवर्तन सोमलता यादव, ड्रग इंस्पेक्टर रेखा सचान और भोगनीपुर की सीओ तनु उपाध्याय, जिला सेवायोजन अधिकारी अंजली शर्मा, बीएसए रिद्धि पांडेय, खंड विकास अधिकारी महिमा विद्यार्थी, क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी अर्चिता ओझा, पूर्ति निरीक्षक मल्लिका सक्सेना, तहसीलदार पूर्णिमा सिंह और जिला पंचायत राज अधिकारी नमिता शरण भी महिला ही हैं। इनके अलावा कानपुर देहात से 2 महिला विधायक भी हैं।
ये सभी अफसर बेटियां इसे एक चुनौती के साथ ही एक बेहतर अवसर के तौर पर देखती हैं। कहती हैं कि हर चुनौती जीवन का अंग है। महिला होना काफी सुखद होता है। एक महिला अधिकारी दूसरी महिला अधिकारी जैसा ही सोचती हैं। सबसे बड़ी बात ये है कि दोनों अधिकारियों की घरेलू परिस्थितियां एक सी होती हैं। वे समझती हैं कि किसी जूनियर महिला अधिकारी की क्या शारीरिक या पारिवारिक दिक्कते हैं। जहां महिला अधिकारी होती हैं, वहां संवेदनशीलता और भरोसे का लेवल ज्यादा होता है।

डीएम नेहा जैन
कानपुर देहात की डीएम नेहा जैन 2014 बैच की आईएएस अधिकारी हैं। नेहा जैन यूपीसीडा में अपर कार्यपालक पद पर तैनात थीं। पूर्व में ट्रेनिंग के दौरान वह आगरा तैनात रही हैं। इसके बाद उन्होंने लखनऊ में एसडीएम व फिरोजाबाद में मुख्य विकास अधिकारी के तौर पर जिम्मेदारी संभाली। अपने काम के प्रति बेहद ईमानदार हैं और हर काम समय पर करने की उनकी आदत है। नेहा जैन का कानपुर से बहुत गहरा नाता है। कानपुर में उनकी पूरी स्कूलिंग हुई है। उनके माता-पिता कानपुर में ही रहते हैं। उनके पिता आरसी गोयल वरिष्ठ अधिकारी रहे हैं।

एसपी सुनीति
एसपी सुनीति
साल 1986 को जन्मीं सुनीति 2013 बैच की यूपी कैडर की आईपीएस हैं। यह मूलतः चंडीगढ़ की रहने वाली हैं। सुनीति ने बीटेक (कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग) किया है। आईपीएस सुनीति गौतमबुद्ध नगर (नोएडा) ग्रामीण, अपर पुलिस अधीक्षक (साइबर क्राइम थाना) लखनऊ और एसपी औरैया के पद पर रह चुकी हैं। वर्तमान में सुनीति कानपुर देहात में एसपी के पद पर हैं। एसपी सुनीति कहती हैं कि वह कहती हैं, जब औरैया में एसपी थी तो बेटा 8 महीने का था। इस वक्त बेटी 9 महीने की है। मैं जिले के साथ परिवार को भी मैनेज कर लूंगी। परिवार के सहयोग से सब कर पा रही हूं।

सीडीओ सौम्या पांडेय
कानपुर देहात की सीडीओ सौम्या पांडेय प्रयागराज की रहने वाली हैं और उनकी शुरुआती पढ़ाई-लिखाई भी यहीं से हुई। बचपन से ही वे एकेडमिक्स में बहुत अच्छी थीं, जो आगे तक यूं ही बरकरार रहा। साल 2016 में मात्र 23 साल की उम्र में और अपने पहले ही अटेम्पट में सौम्या ने यूपीएससी सीएसई परीक्षा में टॉप किया। चौथी रैंक के साथ वे टॉपर बनीं और अपना आईएएस बनने का सपना पूरा किया।
बता दें कि सौम्या पांडेय अपनी नन्हीं सी बेटी को लिए ड्यूटी कर रही थी, उस दौरान उनकी वीडियो वायरल हुआ थी। सौम्या पांडेय मोदीनगर में एसडीएम के पद पर तैनात थीं। वह 17 सितंबर को मां बनीं और महज 14 दिन बाद कामकाज वापस संभाल लिया था। दुधमुंही बच्ची को गोद में लिए ऑफिस में फाइल पर साइन करती हुई सौम्या पांडेय का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल गया। जिसके बाद लोगों ने उनकी खूब तारीफ की। 2017 में उनकी ट्रेनिंग हुई इसके बाद उनकी पहली तैनाती मोदीनगर में एसडीएम के पद पर हुई। मार्च 2020 में उन्हें गाजियाबाद में ज्वांइट मजिस्ट्रेट के पद पर नियुक्ति की गई। इसके अलावा उन्हें जिले की कोविड मॉनिटरिंग सेल प्रभारी की जिम्मेदारी भी दी गई।

एसडीएम पूनम गौतम
कानपुर देहात के सिकंदरा तहसील में पहली महिला एसडीएम (न्यायिक) डॉ. पूनम गौतम की नियुक्ति हुई है। 2019 बैच की पीसीएस अधिकारी डॉ पूनम गौतम ने कानपुर देहात से 12वीं की पढ़ाई की है। इसके बाद 2011 में एमबीबीएस की पढ़ाई मोती लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज, प्रयागराज से पूरी की। इसके बाद साल 2015 में केजीएमयू से पोस्ट ग्रेजुएशन किया। डॉ. पूनम गौतम स्त्री रोग विशेषज्ञ हैं। पूनम कहती हैं कि महिलाओं के प्रति हो रहे अत्याचारों को देखते हुए पीसीएस कर महिलाओं को न्याय दिलाने हेतु की थी। डॉ. पूनम गौतम पहली बार में ही 2019 बैच (यूपीपीएससी पीसीएस) में तीसरी रैंक लाकर महिलाओं में टॉपर बनीं थी। डॉ. पूनम के पति और उनका परिवार लखनऊ के इंदिरानगर में रहता है। डॉ. पूनम की एक 6 साल के बेटी भी है। डॉ. पूनम के पति भी पेश से डॉक्टर हैं।

विधायक प्रतिभा शुक्ला
योगी सरकार 2.0 में प्रतिभा शुक्ला को मंत्रिमंडल में जगह दी गई। उन्हें नए चेहरे के रूप में राज्यमंत्री पद देकर बड़ी जिम्मेदारी दी गयी है। कानपुर देहात से वह यूपी सरकार में तीसरी मंत्री बनी हैं। प्रतिभा शुक्ला अकबरपुर रानिया विधानसभा क्षेत्र से लगातार दूसरी बार जीतकर उत्तर प्रदेश विधानसभा में पहुंची हैं। यह सीट चूंकि कानपुर देहात ज़िले का हिस्सा है और यही वजह है कि इस क्षेत्र को योगी आदित्यनाथ मंत्रिमंडल में खासा प्रतिनिधित्व मिला है। योगी सरकार 2.0 में प्रतिभा शुक्ला ने राज्यमंत्री के तौर पर शपथ ली है। 2007 में बीएसपी के टिकट से वह विधायक चुनी गई थीं. इनके पति अनिल शुक्लाभी बसपा से सांसद रह चुके हैं।

विधायक पूनम शंखवार
कानपुर देहात के रसूलाबाद से यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में बीजेपी की पूनम शंखवार ने जीत दर्ज की और विधायक बनीं। रसूलाबाद सीट से बीजेपी की पूनम शंखवार ने 21,512 सीट के साथ जीत हासिल की। विधायक पूनम शंखवार कहती हैं कि कानपुर देहात के रसूलाबाद में क्षेत्र का चौमुखी विकास और लोगों की समस्याओं का निस्तारण करना मेरी पहली प्राथमिकता है।
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