लखनऊ: मानमाने दामों में बेच रहे थे निजी प्रकाशकों की किताबें, डीआईओएस की छापेमारी में हुआ खुलासा
लखनऊ। अमीनाबाद के थोक व फुटकर पुस्तक विक्रेता मुनाफे के लिए शासन द्वारा निर्धारित एनसीआरटी पुस्तकों के बजाए निजी प्रकाशकों की पुस्तकें बेंच रहे हैं। इस खुलासा शुक्रवार को जिला विद्यालय (डीआईओएस) निरीक्षणक राकेश कुमार पाण्डेय द्वरारा अमीनाबाद स्थित प्रमुख पुस्तक व्रिक्रेताओं के यहां छापेमारी में हुआ है। डीआईओएस ने निजी प्रकाशकों की पुस्तकें बेचने …
लखनऊ। अमीनाबाद के थोक व फुटकर पुस्तक विक्रेता मुनाफे के लिए शासन द्वारा निर्धारित एनसीआरटी पुस्तकों के बजाए निजी प्रकाशकों की पुस्तकें बेंच रहे हैं। इस खुलासा शुक्रवार को जिला विद्यालय (डीआईओएस) निरीक्षणक राकेश कुमार पाण्डेय द्वरारा अमीनाबाद स्थित प्रमुख पुस्तक व्रिक्रेताओं के यहां छापेमारी में हुआ है।
डीआईओएस ने निजी प्रकाशकों की पुस्तकें बेचने वाले विक्रेताओं को सख्त हिदायत दी है। माध्यमिक शिक्षा परिषद के द्वारा कक्षा नौ से 12 तक के शैक्षिक सत्र 2022-23 में शासन द्वारा निर्धारित पुस्तकें नहीं बेंचने पर कानूनी कार्रवाई के निर्देश दिये हैं। डीआईओएस राकेश कुमार पाण्डेय ने शुक्रवार को अमीनाबाद के व्यापार सदन, शीतला बुक एजेंसी, पुस्तक वाटिका, रामा बुक्स, आर्शिवाद बुक डिपो, न्यु शुक्ला बुक डिपो एवं नवयुग बुक सेंटर में औचक छापेमारी कर पुस्तकों की पड़ताल की। जिसमें व्यापार सदन में शासन द्वारा अधिकृत एनसीआरटी की कोई पुस्तक नहीं मिली।
निजी प्रकाशकों की पुस्तकें बेंच रहे थे। अन्य विक्रेताओं के यहां भी निजी प्रकाशकों की पुस्तकें पायी गईं। एनसीआरटी की पुस्तकें सस्ती होने की वजह से पुस्तक विक्रेता मुनाफा कमाने के लिए निजी प्रकाशकों की पुस्तकें बेंच रहे हैं। निजी प्रकाशकों की पुस्तकों के दाम एनसीआरटी के मुकाबले काफी बढ़े हुए है। विक्रेताओं को सख्त हिदायत दी वो अपने-अपनी दुकानों पर शासन द्वारा अधिकृत प्रकाशकों की पुस्तकों की उपलब्धता, मूल्य सूची का फलैक्स लगाएं।
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