अयोध्या : कल से शुरू होगा सावन झूला मेला, सीसीटीवी और ड्रोन कैमरे से रखी जाएगी नजर

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अयोध्या, अमृत विचार। अयोध्या के सावन झूलनोत्सव का आगाज रविवार से होने जा रहा है। रक्षाबंधन तक चलने वाले मेले का मुख्य केन्द्र मणिपर्वत रहेगा। इस दौरान श्रीराम जन्मभूमि, कनक भवन समेत रामनगरी के दो हजार से अधिक मंदिरों से भगवान निकलकर मणिपर्वत झूला झूलने आते हैं। मणिपर्वत मेले में लाखों-श्रद्वालुओं के आने की संभावना …

अयोध्या, अमृत विचार। अयोध्या के सावन झूलनोत्सव का आगाज रविवार से होने जा रहा है। रक्षाबंधन तक चलने वाले मेले का मुख्य केन्द्र मणिपर्वत रहेगा। इस दौरान श्रीराम जन्मभूमि, कनक भवन समेत रामनगरी के दो हजार से अधिक मंदिरों से भगवान निकलकर मणिपर्वत झूला झूलने आते हैं। मणिपर्वत मेले में लाखों-श्रद्वालुओं के आने की संभावना है। इसे देखते हुए मणिपर्वत पर जत्थों में श्रद्वालुओं को भेजा जाएगा। एक बार में 15 से 20 श्रद्धालु ही जा पाएंगे। श्रद्धालु मणिपर्वत के प्रवेश मार्ग से टीले पर जाएंगे फिर दर्शन पूजन के बाद टीले के पीछे के रास्ते से मनमुनि कुंड होते हुये वापस मुख्य मार्ग पर आएंगे। इस दौरान सुरक्षा व्यवस्था के भी व्यापक प्रबंध किए गए हैं।

जिलाधिकारी नितीश कुमार व अन्य प्रशासनिक अधिकारियों ने भीड़ नियंत्रण व सुरक्षा का प्लान तैयार कर लिया है। जिलाधिकारी ने बताया कि मणिपर्वत मेले में लाखों श्रद्वालु आते हैं ऐसे में टीले पर विराजमान भगवान सीता राम के दर्शन समूह में करना खतरा भरा होता है। इसके मद्देनजर जिला प्रशासन द्वारा मणिपर्वत की काफी हद तक मरम्मत करायी जा चुकी है खतरे जैसी कोई स्थिति नहीं है। मेला क्षेत्र को 7 जोन में बांटकर सुरक्षा के लिए मजिस्ट्रेट की तैनाती कर दी गयी है। बैरियर को भी चिन्हित स्थानों पर लगा दिया गया है।

मंडलायुक्त नवदीप रिनवा ने कहा कि तैनात सभी प्रशासनिक व पुलिस मजिस्ट्रेट/कर्मचारी मेले में आये श्रद्वालुओं के साथ विनम्रता पूर्वक व्यवहार करेंगे। साफ सफाई, पेयजल, चिकित्सा आदि की व्यवस्थाओं को चुस्त दुरूस्त रखने का निर्देश दिया है। इसके अतिरिक्त मेला को सकुशल संम्पन्न कराने हेतु सीसीटीवी, ड्रोन कैमरे से भी निगरानी की जा रही हैं। सावन झूलनोत्सव को देखते हुए मेला क्षेत्र को 7 जोन, 26 सेक्टर व 67 सब-सेक्टर में बांटा गया है। प्रत्येक जोन में अपर पुलिस अधीक्षक स्तर के अधिकारी, प्रत्येक सेक्टर में पुलिस उपाधीक्षक स्तर के अधिकारी, प्रत्येक सब-सेक्टर में उपनिरीक्षक स्तर के अधिकारी तैनात रहेंगे।

इनकी रहेगी तैनाती
6 अपर पुलिस अधीक्षक
25 पुलिस उपाधीक्षक
40 निरीक्षक
200 उपनिरीक्षक
100 हेडकांस्टेबल
650 कांस्टेबल
15 महिला उपनिरीक्षक
15 महिला हेड कांस्टेबल
50 महिला कांस्टेबल
9 कम्पनी पीएसी
1 कम्पनी सीआरपीएफ
1 टीम-एटीएस कमांडो

सरयू के घाटों पर तैनात रहेगी फ्लड पीएसी व एसडीआरएफ
सरयू घाट पर श्रद्वालुओं के डूबने की समस्या के निदान हेतु जल बैरिकेडिंग व जल पुलिस, फ्लड पीएसी कम्पनी व एसडीआरएफ की टीम द्वारा लगातार गश्त व निगरानी करेगी। 42 जवान व 2 नाव इंजन चलित -एसडीआरएफ की, 16 जवान व 3 नाव इंजन चलित-पीएसी की, 19 जवान व 4 नाव इंजन चलित-पुलिस की, 53 प्राइवेट गोताखोर व 53 नाव इंजन चलित लगाए गए हैं। 24 घंटे शिफ्ट वाइज गश्त करके लोगों को लगातार जागरूक करते हुए सुरक्षित किया जा रहा है, ताकि श्रद्वालुओं को डूबने से बचाया जा सके।

यातायात व्यवस्था देखेंगे 20 यातायात दारोगा व 30 हेड कांस्टेबल
श्रावण मास मेला के दौरान कांवड़ियों व श्रद्वालुओं की संख्या ज्यादा बढ़ने से यातायात व पार्किंग की भी व्यवस्था की गई है। कुल 17 पार्किंग स्थल बनाये गये हैं व कुल 46 स्थानों पर बैरियर्स लगाकर चेकिंग की जा रही है। जरूरत पड़ने पर रूट डायवर्जन भी किया जाएगा। यातायात व्यवस्थापन में 20 उप निरीक्षक यातायात, 30 हेड कांस्टेबल यातायात, 80 कांस्टेबल यातायात लगाये गये हैं।

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