एथलीट सरिता की निगाहें अब एशियन गेम्स पर, हैमर थ्रो सफलता से चूकने के बाद बढ़ाया अभ्यास

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आशुतोष मिश्र, अमृत विचार। एथलीट सरिता रोमिल सिंह की निगाहें अब एशियन गेम्स पर हैं। बर्मिंघम (इंग्लैंड) में आयोजित कॉमनवेल्थ गेम्स में पदक से चूकीं सरिता हैमर थ्रो की नई तकनीक समझने में जुटीं हैं। अगले वर्ष 23 सितंबर से 10 अक्टूबर तक चीन में एशियन गेम्स होने हैं, जिसमें दुनिया के 46 देशों के …

आशुतोष मिश्र, अमृत विचार। एथलीट सरिता रोमिल सिंह की निगाहें अब एशियन गेम्स पर हैं। बर्मिंघम (इंग्लैंड) में आयोजित कॉमनवेल्थ गेम्स में पदक से चूकीं सरिता हैमर थ्रो की नई तकनीक समझने में जुटीं हैं। अगले वर्ष 23 सितंबर से 10 अक्टूबर तक चीन में एशियन गेम्स होने हैं, जिसमें दुनिया के 46 देशों के भाग लेने की तैयारी है।
उत्तर रेलवे के मुरादाबाद मंडल में कार्यरत सरिता कामनवेल्थ गेम्स की 13वीं खिलाड़ी के रूप में जगह बना पाईं। जबकि, हैमर थ्रो में गोल्ड कनाडा के नाम रहा।

न्यूजीलैंड के खिलाड़ी ने सिल्वर और कनाडा की खिलाड़ी ने ब्रांच पर कब्जा जमा लिया। गोल्ड मेडल हासिल करने वाले एथलीट ने 74 मीटर का लक्ष्य तय किया, जबकि सरिता 57.4 8 मीटर पर ही सिमट कर रह गईं।अमृत विचार से बातचीत में सरिता इस असफलता को सफलता में बदलने का संकल्प व्यक्त करती हैं। कहती हैं कि कुछ कमियों से हम जीत से चूक गए।

हैमर-थ्रो में हमने जिस तरीके से अभ्यास किया, उसमें कुछ तकनीकी खामी रह गई। उसे सुधारना है, इसके लिए रोजाना सुबह शाम में छह घंटे अभ्यास कर रहे हैं। मेरा लक्ष्य एशियन गेम्स में देश के लिए सोना जीतना है। सरिता कहती हैं कि इंगलैंड से 9 अगस्त को देश वापसी के बाद मन बड़ा उदास था। लेकिन, 12 अगस्त को प्रधानमंत्री कार्यालय में सभी एथलीटों को बुलाया गया, वहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने हम सभी का हौसला बढ़ाया। उससे मन में यह भाव जगा है कि देश के लिए हर हाल में सोना लाना है।

सरिता बतातीं हैं कि एशियन गेम्स ओलंपिक के बाद दुनिया का दूसरा बड़ा आयोजन है। मुझे इसी लक्ष्य को लेकर आगे बढ़ना है। चूंकि एशियन गेम्स कोरोना की वजह से एक साल टल गया। अब मेरे पास समय है और हैमर थ्रो के हर प्वानंट को ध्यान से समझ रही हूं, क्योंकि थ्रो में मामूली प्वाइंट बदलने से खिलाड़ी गेम लक्ष्य से चूक जाता है। सरिता शहर के सोनकपुर और स्टेडियम रेलवे के हरथला सर्किल में नियमित अभ्यास कर रहीं हैं।

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