पिथौरागढ़: नौकरी की चाह में फर्जी प्रमाण पत्र लेकर पहुंच गया अग्निवीर भर्ती में, धरा गया

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पिथौरागढ़, अमृत विचार। भर्ती में शामिल होने की चाह एक अभ्यर्थी को सलाखों के पीछे ले गयी। दरअसल युवक की उम्र सीमा पार हो चुकी थी इसलिए उसने फर्जी कागजातों का सहारा लेना चाहा मगर जांच में पकड़ा गया और उसका देश सेवा का सपना धरा रह गया और अब भविष्य भी खराब हो गया। …

पिथौरागढ़, अमृत विचार। भर्ती में शामिल होने की चाह एक अभ्यर्थी को सलाखों के पीछे ले गयी। दरअसल युवक की उम्र सीमा पार हो चुकी थी इसलिए उसने फर्जी कागजातों का सहारा लेना चाहा मगर जांच में पकड़ा गया और उसका देश सेवा का सपना धरा रह गया और अब भविष्य भी खराब हो गया।

आपको बता दें कि इन दिनों पिथौरागढ़ और चम्पावत के अग्निवीरों की भर्ती रैली बीसी जोशी आर्मी पब्लिक स्कूल में चल रही है। यहां सोमवार को भर्ती रैली में पहुंचे एक युवक की उम्र सीमा भर्ती मेले के लिए तय आयु सीमा से बाहर हो चुकी थी ऐसे में युवक ने फर्जी प्रमाण पत्र सत्यापन के लिए प्रस्तुत कर दिए मगर जांच के दौरान वह पकड़ा गया और उसे गिरफ्तार कर लिया गया।

पकडे़ गए युवक का नाम दीपक सिंह जैम्याल पुत्र लक्ष्मण सिंह जैम्याल निवासी नामिक गांव मुनस्यारी बताया जा रहा है। आरोपी युवक के पास से दो आधार कार्ड, दो हाईस्कूल की मार्कशीट, जन्म प्रमाण पत्र, आदि दस्तावेज मिले हैं। सभी में उसकी जन्मतिथि अलग-अलग 01/03/1999 एवं 01/08/2003 पाई गई है।

पूछताछ में आरोपी युवक ने बताया कि अग्निवीर भर्ती के लिए उम्र निकल गई थी जिसके चलते उसने भर्ती में शामिल होने के लिए फर्जी दस्तावेज तैयार करवाए । नए दस्तावेजों में उम्र कम करवा कर अपनी जन्मतिथि 01/08/2003 कराई। इसी आधार पर आवेदन भी किया। जिसके बाद युवक को गिरफ्तार कर उसके विरुद्ध कोतवाली पिथौरागढ़ में 467/468/471 के तहत मुकदमा पंजीकृत किया गया है।

वहीं इससे पूर्व बीती 24 अगस्त को अल्मोड़ा के रानीखेत में भी अग्निवीर भर्ती के दौरान उत्तर प्रदेश का युवक फर्जी दस्तावेज बनवाकर भर्ती होने के लिए पहुंचा था। मामले की जांच में सामने आया था कि युवक ताहिर खान का फर्जी दस्तावेज हल्द्वानी तहसील से जारी हुआ है। पूरे मामले में एसडीएम मनीष कुमार ने जांच के आदेश दिए थे।

साथ ही जिस जन सेवा केंद्र से फर्जी दस्तावेज को स्कैन कर लगाया गया उसके खिलाफ भी कार्रवाई के आदेश दिए थे। मगर एक के बाद एक आसानी से फर्जी दस्तावेज तैयार करवाने वाले गिरोह के गले तक अभी तक पुलिस को बड़ी कामयाबी नहीं मिल पा रही है। ऐसे में इन भर्तियों में काफी एहतियात तो बरती जा रही है मगर इस खेल के बड़े मगरमच्छ अभी गिरफ्त से बाहर ही हैं।

 

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