कानपुर: ‘गलीब्वॉयज’की तरक्की का सफर कोपेस्टेट शिक्षा सदन से शुरू, 750 बच्चों को दी गयी ड्रेस

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कानपुर। दादानगर में लगे उद्योगों में काम करने वाले मजदूरों के बच्चे अब गली मोहल्लों में शरारतें करते, अपशब्द बोलते नहीं दिखेंगे। कोरोना के चलते बीते दो साल से बंद पड़ा कोपेस्टेट शिक्षा सदन जूनियर हाईस्कूल परिसर में फिर से बच्चों की हलचल शुरू हो जाएगी। दादानगर जाने को मुड़ते ही बायीं ओर की रोड …

कानपुर। दादानगर में लगे उद्योगों में काम करने वाले मजदूरों के बच्चे अब गली मोहल्लों में शरारतें करते, अपशब्द बोलते नहीं दिखेंगे। कोरोना के चलते बीते दो साल से बंद पड़ा कोपेस्टेट शिक्षा सदन जूनियर हाईस्कूल परिसर में फिर से बच्चों की हलचल शुरू हो जाएगी। दादानगर जाने को मुड़ते ही बायीं ओर की रोड के किनारे बने इस स्कूल में नकफुसरे बच्चे पीठ पर स्कूली बैग लिए अपनी ड्रेस में वाटर वॉटल लिए आते-जाते दिखाई देंगे।

आप कल्पना कर सकते हैं कि आवारागर्दी करने वाले ‘गलीब्वॉयज’झक्कास स्कूली ड्रेस में गुड मॉर्निंग सर कहते हुए मिल जाएंगे। अब ये जिंदगी के सकारात्मक मोड़ पर मुड़ चुके हैं। पीछे मुड़कर नहीं देखेंगे। इनकी तरक्की का सफर कोपेस्टेट शिक्षा सदन से शुररू हो चुका है।

कोपेस्टेट के चेयरमैन और फिक्की के यूपी चैप्टर के अध्यक्ष विजय कपूर ने निःशुल्क शिक्षा देने वाले इस स्कूल को 2003 में शुरू किया था। तत्काली रेल राज्यमंत्री सतपाल महाराज इसका उद्घाटन करने आए थे। हालांकि पहले यहां बच्चों का दाखिला अपेक्षित संख्या से कम ही था पर धीरे-धीरे फैक्ट्री मजदूरों के मन बच्चों को पढ़ाने की ललक बढ़ी तो देखते ही देखते इस स्कूल बच्चों की संख्या पहुंचकर साढ़े सात सौ तक पहुंच गयी। बच्चों के माता-पिता नाम लिखाकर अपने काम मे व्यस्त हो जाते थे। बाकी सारी जिम्मेदारी कोपेस्टेट और इससे जुड़े उद्यमी उठाते हैं।

स्कूल के प्रबंधन में विजय कपूर रुचि लेते हैं जिसके कारण बच्चों की के लिए अच्छी टीचरों और प्रबंधन के लिए कुशल प्रिंसिपल यहां बराबर रहते हैं। पैरेंट्स टीचर मीटिंग के साथ ही स्कूल की प्रगति को लेकर समय-समय पर बैठकें होती रहती हैं। दादानगर व इर्दगिर्द की बस्तियों में रहने वालों के लिये यहां फ्री एजूकेशन के साथ खेलकूद पीटी आदि विशेष रूप से करायी जाती है।

स्कूल मान्यता प्राप्त है पर इसके संचालन के लिए किसी भी तरह की मदद नहीं जाती। कानपुर में ऐसा शायद पहला स्कूल होगा जहां पर फैक्ट्री मजदूरों के बच्चों को पढ़ाई लिखाई व शारीरिक विकास की हर तरह की सुविधा दी जाती है।

करोना के बाद गुरुवार से खोले गए स्कूल कोपेस्टेट शिक्षा सदन के सत्र उद्घाटन के अवसर पर मुख्य अतिथि चेयरमैन विजय कपूर ने कहा कि इसके विकास के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। बच्चों को हर संभव सुविधाएं दी जाएंगी। इस मौके पर कोपेस्टेट के अध्यक्ष विजय कपूर, उपाध्यक्ष प्रवीण पूरी गुरुसिंह सभा अध्यक्ष उद्यमी हरविंदर सिंह लॉर्ड समेत कई उद्यमियों की उपस्थित रहे। अतिथियों ने बच्चों में बैग, ड्रेस, कॉपी किताबें वितरित किये।

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