बरेली: पांच जेलों में बंद कुख्यात अपराधियों के सुरक्षित नजरबंद को सरकार चिंतित
बरेली, अमृत विचार। राज्य की पांच जेलों में बंद आतंकवादी, माफिया, तस्कर व कुख्यात प्रवृत्ति के अपराधियों के सुरक्षित नजरबंद को लेकर सरकार ने चिंता जताते हुए जेलों की सुरक्षा और कड़ी करने का निर्णय लिया है। इन जेलों में जो भी व्यक्ति दाखिल होगा, पहले उसे फुल ह्यूमन बॉडी स्कैनर से गुजरना पड़ेगा। कुख्यात …
बरेली, अमृत विचार। राज्य की पांच जेलों में बंद आतंकवादी, माफिया, तस्कर व कुख्यात प्रवृत्ति के अपराधियों के सुरक्षित नजरबंद को लेकर सरकार ने चिंता जताते हुए जेलों की सुरक्षा और कड़ी करने का निर्णय लिया है। इन जेलों में जो भी व्यक्ति दाखिल होगा, पहले उसे फुल ह्यूमन बॉडी स्कैनर से गुजरना पड़ेगा।
कुख्यात अपराधी से मिलाई करने जेल में जाने वाला व्यक्ति भी मुलाकात घर के कान्टेक्ट लैस ग्लास के अंदर से मुलाकात कर सकेगा। इस व्यवस्था से कुख्यात अपराधियों के सुरक्षित नजरबंद की व्यवस्था और कड़ी हाेगी। बरेली, लखनऊ, आजमगढ़, चित्रकूट और गौतमबुद्धनगर की जेल में सुरक्षा संबंधी व्यवस्थाएं जल्द पूरी की जा सकें, इसके लिए 20 करोड़ से अधिक की धनराशि भी उपलब्ध करा दी गई है।
विशेष सचिव राजेश कुमार राय ने धनराशि जारी करने संबंधी चिट्ठी पुलिस महानिदेशक/महानिरीक्षक कारागार प्रशासन एवं सुरक्षा सेवाएं को भेजी है। जेलों को हाईटेक करने की तैयारी मार्च से चल रही है, अब धनराशि आवंटित की गई है। 2022-23 वित्तीय वर्ष में आधुनिक सुरक्षा उपकरणों को जैम पोर्टल से खरीद करने के भी दिशा निर्देश जारी किए गए हैं।
यहां की जेलों की व्यवस्था होगी हाईटेक
जिला कारागार लखनऊ, आजमगढ़, चित्रकूट, बरेली (वर्तमान केंद्रीय कारागार द्वितीय एवं गौतमबुद्ध नगर।
इनसे हाईटेक होंगी जेल
प्रस्तावित कार्य मात्रा लागत प्रति यूनिट कुल लागत
ड्यूल व्यू स्कैनर बैगेज 5 4714100 रुपये 235.70 लाख
फुल ह्यूमन बॉडी स्कैनर 5 17700000 रुपये 885 लाख
मुलाकात घर कान्टेक्ट लैस ग्लास 130 560000 रुपये 728 लाख
पैनिक अलार्म सिस्टम 5 1575000 रुपये 78.75 लाख
नाइट विजन बाइनाकुलर 15 500000 रुपये 75 लाख
लाइटिंग प्रोटेक्शन सिस्टम 5 490000 रुपये 24.50 लाख
कुल धनराशि 2026.95 लाख
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