बरेली: 21वीं सदी में भी जिंदा है अकबर एवं राजा टोडरमल के फसली वर्ष
विश्वदीपक त्रिपाठी, बरेली। सीकर, चांदा, वल्दियत, हमशीरा, अकबर एवं राजा टोडरमल। ये अजीब से नाम भले ही हमारी बोलचाल की भाषा में शामिल न हो, लेकिन आज भी ये सरकारी फाइलों में हमसे गहरे जुड़े हुए हैं। चांदा यानि सीमा चिन्ह, वल्दियत पिता का नाम व हमशीरा यानि बहन। अकबर एवं राजा टोडरमल के कार्यकाल …
विश्वदीपक त्रिपाठी, बरेली। सीकर, चांदा, वल्दियत, हमशीरा, अकबर एवं राजा टोडरमल। ये अजीब से नाम भले ही हमारी बोलचाल की भाषा में शामिल न हो, लेकिन आज भी ये सरकारी फाइलों में हमसे गहरे जुड़े हुए हैं। चांदा यानि सीमा चिन्ह, वल्दियत पिता का नाम व हमशीरा यानि बहन। अकबर एवं राजा टोडरमल के कार्यकाल से इसी माह से फसली वर्ष की शुरुआत होती है।
इस बार भी 20वीं सदी के भारत में अभिलेखों को दुरुस्त करने के लिए फसली वर्ष मनाया जाता है। इसके लिए उपजिलाधिकारी सदर ईशान प्रताप सिंह आईएएस ने 5 जुलाई से 15 अगस्त के बीच ऑपरेशन अभिलेख चलाने को कहा है। अभिलेखों को दुरुस्त करने के लिए दस सूत्रीय कार्यक्रम निधारित किया गया है।
अंग्रेजी हुकूमत के दौरान जो शब्द जो शासन में स्थापित हो गए, वे आज भी हमारे इर्द-गिर्द हैं। इसमें से कई शब्द उर्दू के हैं, तो कई उर्दू-फारसी मिश्रित हैं। यह शब्द बोलचाल में खूब उपयोग अधिकारी भी कर रहे हैं। जैसे खसरा, रकबा, कुर्की शब्द तो समझ में आते हैं लेकिन राजस्व रिकार्ड में हमारी जमीनों, खेतों के लिए इस्तेमाल होने वाले शब्द कठिन हैं। दिशाओं को लेकर फारसी शब्दों का उपयोग किया जाता है। इसी तरह सिंचाई विभाग और पुलिस में शब्दों का प्रयोग किया जाता है।
एसडीएम ने नए फसली वर्ष के लिए आदेश दिया है कि अकबर एवं राजा टोडरमल के कार्यकाल से चले आ रहे फसली वर्ष में अभिलेखों को दुरुस्त कर लिया जाए। आपरेशन अभिलेख के तहत सभी तहसीलों के अभिलेखागार सीसीटीवी की नजर में होंगे। इसमें बाहरी व्यक्तियों के आने जाने पर सख्ती से रोक का पालन किया जाए। पुराने अभिलेखों दोबारा बाइडिंग और पुराने बस्तों के कपड़ों को बदल दिया जाए। इसके लिए सदर तहसील में राजस्व निरीक्षक भूदेव प्रसाद को जिम्मेदारी दी गई है।
इसके साथ ही उनको सभी परवानों का अमल दरामद शत प्रतिशत,खतौनी में दर्ज करना होगा। तहसील में संग्रह कार्य अभिलेख के लिए हल्कादार लाकर रूम की व्यवस्था की जिम्मेदारी संग्रह अमीन बालभ सिंह हो दी गई है। मत्स्य पट्टों का स्थलीय निरीक्षण अवैध कब्जा करने वालों को बेदखल और लगान जमा करवाने, असंक्रमणीय भूमि, सीमांत कृषक से संबंधित पत्रावली राजस्व निरीक्षक सीमा गंगवार और रीडर शोभित को जिम्मेदारी दी गई है।
पुराने अभिलेखों और वीआरसी सत्यापन के लिए तहसीलदार ने आशुतोष गुप्ता को नामित किया है। प्रत्येक गांव की आजीआरएस, समाधान दिवस संबंधी अभिलेखों के लिए भानु प्रताप सिंह को नामित किया गया है। लिपिकीय त्रुटी जैसे खतौनी में गड़बड़ी दूर करने का काम किया जाएगा। शहरी इलाकें में भूमि बैंक बढ़ाने, सरकारी भूमि कब्जा और प्रत्येक गांव की राजस्व पुस्तिका तैयार किया जाएगा। कोविड- 19 के राहत संबंधित बिल व अभिलेखों आडिट किया जाएगा।
