मथुरा: सरदार बल्लभ भाई पटेल की जयंती पर ली शपथ, लगाई गई जीवन पर प्रदर्शनी

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मथुरा, अमृत विचार। आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत राजकीय संग्रहालय में सोमवार को भारत रत्न लौह पुरुष सरदार बल्लभभाई पटेल जी की जयंती एवं राष्ट्रीय एकता दिवस पर विभिन्न कार्यक्रम हुए। कार्यक्रम की शुरुआत सरदार वल्लभभाई पटेल के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन के साथ हुई। यह भी पढ़ें- मथुरा: सावधान… क्राइम पर …

मथुरा, अमृत विचार। आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत राजकीय संग्रहालय में सोमवार को भारत रत्न लौह पुरुष सरदार बल्लभभाई पटेल जी की जयंती एवं राष्ट्रीय एकता दिवस पर विभिन्न कार्यक्रम हुए। कार्यक्रम की शुरुआत सरदार वल्लभभाई पटेल के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन के साथ हुई।

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इसके साथ ही सभी आगंतुकों को राष्ट्रीय एकता दिवस की शपथ दिलाई गई। इस दौरान संग्रहालय भवन में ही सरदार पटेल एकीकरण के शिल्पी विषयक प्रदर्शनी लगाई गई। किशोरी रमन कन्या महाविद्यालय, अमरनाथ डिग्री कॉलेज की छात्राओं ने प्रदर्शनी का अवलोकन किया। किशोरी रमन कन्या महाविद्यालय की चित्रकला विभागाध्यक्ष डा. मनीषा शर्मा व अमरनाथ डिग्री कॉलेज की प्रवक्ता डॉ. मांडवी ने छात्राओं को सरदार बल्लभ भाई पटेल के बारे जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि सरदार वल्लभभाई पटेल एक महान व्यक्तित्व के अतिरिक्त अद्भुत राजनीतिज्ञ एवं सफल अधिवक्ता भी थे। उन्होंने देश के संघर्ष काल में अग्रणी भूमिका निभाई और एकीकृत स्वतंत्र राष्ट्र में एकीकरण का मार्गदर्शन किया। राष्ट्रीय एकता दिवस के अवसर पर सरदार वल्लभभाई पटेल के महत्वपूर्ण योगदान को याद करना हमारा कर्तव्य है।

सरदार पटेल ने अपना सम्पूर्ण जीवन देश की एकता, अखंडता एवं देश को निखारने में लगाया। जिस कारण उन्हें “एकीकरण का शिल्पी” भी कहा गया। जब देश आजाद हुआ तब बहुत लोगों का यह मत था कि भारत जैसा विविधता पूर्ण देश कभी एक नहीं रह सकता और यह बिखर जाएगा। इसके बावजूद सरदार वल्लभभाई पटेल जी ने सम्पूर्ण भारत को यह सिखाया कि कैसे लगातार ताकतवर बनना है और एकजुट रहना है।

इस दौरान डॉ. अनुपम मिश्रा, डॉ. रिचा सिंह एवं डॉ. रश्मि शर्मा, मनीष कुमार, प्रीती साहनी, प्रशांत श्रीवास्तव, हरी बाबू, मनोज कुमार, रामकुमार, एवं रचना मौजूद रही।

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