अयोध्या: बदहाल हो चुकी साधन सहकारी समितियों को बनाया जायेगा हाइटेक

अयोध्या, अमृत विचार। संसाधनों की कमी से जूझ रही साधन सहकारी समितियों का जीर्णोद्धार शुरू हो गया है। जिले में कुल 99 समितियां हैं जिनमें 93 सक्रिय हैं। पहले चरण में 13 समितियों को हाईटेक किया जाएगा। जहां एक ही छत के नीचे किसानों को कई सुविधाएं मिलेंगी। इस योजना के तहत समितियों के सचिव, …
अयोध्या, अमृत विचार। संसाधनों की कमी से जूझ रही साधन सहकारी समितियों का जीर्णोद्धार शुरू हो गया है। जिले में कुल 99 समितियां हैं जिनमें 93 सक्रिय हैं। पहले चरण में 13 समितियों को हाईटेक किया जाएगा। जहां एक ही छत के नीचे किसानों को कई सुविधाएं मिलेंगी।
इस योजना के तहत समितियों के सचिव, प्रभारियों व अन्य कर्मचारियों के क्षमता, दक्षता व उत्तरदायित्व बढ़ाकर कार्यशैली में सुधार लाया जाएगा। अभी केवल धान, गेहूं तौल व खाद बिक्री तक सिमटी समितियों पर कार्य बढ़ाने का काम चल रहा है। आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत सभी समितियों को कम्प्यूटराइजेशन करने का कार्य पांच वर्ष में पूरा किया जाएगा। लेकिन इसके पहले जीर्ण शीर्ण हो चुकी समितियों का जीर्णोद्धार भी कराया जाना है। जीर्णोद्धार की जिम्मेदारी क्षेत्र पंचायतों को दी गई है।
क्षेत्र पंचायतें अपने क्षेत्र में पड़ने वाली समितियों के जीणोद्धार के लिए खर्च का आंकलन करके रिपोर्ट देगी। भवन की मरम्मत होने के बाद वहां मल्टी परपज वाले कार्य होंगे। यहां धान-गेहूं तौल व खाद वितरण के साथ ही किसानों के अन्य कार्य भी होंगे। इसके लिए समितियों पर पॉस मशीन, क्यूआर कोड, भीम, आधार डिवाइस, डिजिटल टांजेक्शन व बैंकिंग की सुविधा भी होगी।
निगरानी करेगी कमेटी
इसमें सुधार और निगरानी के लिए जनपद स्तर पर कमेटी भी बनाई जाएगी। जिला कमेटी में डीएम अध्यक्ष व सदस्य डीडीएम नाबार्ड, राज्य सरकार से नामित एक सदस्य, जिला सहकारी बैंक के एमडी होगें।
बोले जिम्मेदार
जनपद की सभी समितियों का जीर्णोद्धार कराकर कायाकल्प किया जाएगा। क्षेत्र पंचायतों ने इसपर कार्य करना शुरू कर दिया है। यह काम तीन चरणों में होगा, सभी का सर्वे कराया जा रहा है।
अभय सिंह , एआर कोआपरेटिव, अयोध्या
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