गोसाईगंज फोर लेन : 300 परिवारों के उजड़ने का खतरा टला
अमृत विचार में प्रकाशित खबर ‘बंधे को पक्का कर बना दिया जाये बाईपास तो बन जाये बात’ का दिखा असर
सांसद लल्लू सिंह व गोसाईगंज के पीड़ितों का अथक प्रयास अब लाया रंग
अमृत विचार, गोसाईगंज/ अयोध्या। गोसाईगंज कस्बे को फोरलेन सड़क की सौगात मिलने के बाद 300 परिवारों के उजड़ने बना खतरा अब टल गया है। अमृत विचार मेें 17 नवम्बर को ‘बंधे को पक्का कर बना दिया जाय बाईपास तो बन जाये बात’ शीर्षक से प्रकाशित खबर का ही असर रहा कि सांसद लल्लू सिंह के प्रयास से बाढ़ खण्ड विभाग बंधे की 25 मीटर जमीन बाईपास के लिए देने को राजी हो गया। पांच दिसम्बर को सांसद के साथ बाढ़ खण्ड व पीडब्लूडी व तहसील सदर के अधिकारियों की संयुक्त बैठक में बाढ़ खण्ड विभाग ने 25 मीटर बंधे को बाईपास बनाने की अनुमति प्रदान दे दी।
गोसाईगंज विकास विचार मंच के संयोजक शेखर जायसवाल ने बताया कि संयुक्त बैठक में जनसमस्याओं को देखते हुए सांसद ने बाढ़ खण्ड विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर समस्या का निदान करवाया। विगत वर्ष 2016 में शासन ने रीडगंज से बसखारी मार्ग को फोरलेन बनाने के प्रस्ताव स्वीकृत किया था।
इसे कस्बे के भीतर से ही जाना था लेकिन व्यापारियों व राजनीतिक हस्तक्षेप से शासन ने साढ़े पांच किमी की बाईपास सड़क जिसकी लागत एक अरब 14 लाख को स्वीकृति प्रदान की थी। बाईपास सड़क के लिए पीडब्लूडी को 40 मीटर जमीन की आवश्यकता थी। बाईपास के लिए बाढ़ खण्ड विभाग अपने अपने 25 मीटर बंधे से 12.50 मीटर जमीन देने को तैयार था।
बाईपास निर्माण के लिये शेष 27.50 मीटर जमीन उसे अधिग्रहण करना था। इसके लिए उत्तर में मौजूद आबादी इलाके की आवासीय जमीन पर नाप की गयी। इसकी जद में काफी लोगों के मकान भी आ रहे थे। शासन ने जमीनों का अधिग्रहण करना भी शुरू कर दिया था। नगर पंचायत के बाहर की काफी जमीनों का बैनामा भी हो चुका था लेकिन लोगों ने काफी विरोध प्रदर्शन भी किया था। फिलहाल सांसद के प्रयास से अब 300 परिवारों के घर बर्बाद होने से बच जाएंगे।
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