बरेली: मैडम मेरा बेटा आपके स्टाफ की लापरवाही से मरा है

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Published By Om Parkash chaubey
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 16 नवंबर को डॉक्टर और स्टाफ की लापरवाही से जिला महिला अस्पताल में गर्भवती के पेट में दम घुटने से हो गई थी शिशु की मौत, शिकायतकर्ता के हुए बयान, आज जांच कमेटी सौंपेगी रिपोर्ट, डॉक्टरों समेत कुल 18 कर्मचारियों को जारी किया है नोटिस

बरेली, अमृत विचार। जिला महिला अस्पताल में गर्भवती के पेट में ही शिशु का दम घुटने के मामले में स्टाफ पर लापरवाही का आरोप लगा था। इस मामले में जांच कमेटी ने महिला के पति के बुधवार को और गुरुवार को दो डॉक्टरों के बयान दर्ज किए। पति ने सीएमएस से कहा कि मैडम मेरा बेटा आपके स्टाफ की लापरवाही से मरा है। सीएमएस ने जांच के आधार पर आगे की कार्रवाई करने की बात कही।

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16 नवंबर को जिला महिला अस्पताल में पीर बहोड़ा निवासी आरिफ ने प्रसव पीड़ा होने पर अपनी पत्नी शवाना को भर्ती कराया था। अस्पताल में भर्ती करने के बाद करीब 8 घंटे तक मरीज दर्द से कराहती रहीं लेकिन स्टाफ ने मरीज को देखा तक नहीं। 8 घंटे बीतने के बाद जब डॉक्टर आईं और महिला का प्रसव कराया तब तक महिला के पेट में ही दम घुटने से शिशु की मौत हो चुकी थी।

परिजनों ने मामले की लिखित शिकायत सीएमएस से की जिस पर सीएमएस ने जांच कमेटी गठित कर मामले की जांच करने के आदेश दिए। इस संबंध में सीएमएस डा. अलका शर्मा ने बताया कि जांच कमेटी शुक्रवार को रिपोर्ट सौंपेगी। जिसके आधार पर ही कार्रवाई की जाएगी।

मैडम मेरा बेटा मरा है...: बयान दर्ज कराने के दौरान सीएमएस कार्यालय में आरिफ ने तीखे स्वर में अस्पताल में स्टाफ की ओर से मरीजों के इलाज में की जा रही लापरवाही को उजागर किया।

उसने कहा कि मैडम मेरा यह दूसरा बच्चा था इससे पहले एक लड़की है जिसकी आपके स्टाफ की लापरवाही से जान गई वह लड़का था। मेरे घर का चिराग था। अगर लापरवाह स्टाफ पर कार्रवाई नहीं हुई तो वह मुख्यमंत्री कार्यालय का दरवाजा भी खटखटाएगा।

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