निर्भया फंड की 6000 करोड़ रुपए धनराशि का 30 फीसदी हिस्सा नहीं हो पाया इस्तेमाल, सामने आई ये वजह

Amrit Vichar Network
Published By Ashpreet
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नई दिल्ली। निर्भया गैंगरेप व हत्याकांड (16 दिसंबर, 2012) के बाद स्थापित निर्भया फंड की 6,000 करोड़ रुपए की धनराशि का 30% हिस्सा इस्तेमाल नहीं हो पाया है।

बकौल रिपोर्ट, फंड के 4,200 करोड़ रुपए का अधिकांश इस्तेमाल वन स्टॉप सेंटर व सुरक्षा उपकरण बनाने, फास्ट-ट्रैक कोर्ट स्थापित करने और यौन उत्पीड़न मामलों में फॉरेंसिक किट खरीदने के लिए किया गया।

साल 2012 में पैरामेडिकल की छात्रा से सामूहिक बलात्कार के बाद स्थापित किए गए 'निर्भया फंड' की 6,000 करोड़ रुपये की धनराशि के लगभग 30 प्रतिशत हिस्सा इस्तेमाल नहीं हो पाया है।

'निर्भया' के नाम से जानी जाने वाली 23 वर्षीय पैरामेडिकल छात्रा से दिल्ली में 16-17 दिसंबर, 2012 की रात छह लोगों ने चलती बस में बलात्कार किया था। कुछ दिन बाद सिंगापुर के एक अस्पताल में उसकी मौत हो गई।
इस घटना के बाद देश में महिलाओं की सुरक्षा को मजबूत बनाने के उद्देश्य से 'निर्भया फंड' नामक कोष की स्थापना की गई थी।

एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि फंड की स्थापना से लेकर 2021-22 तक, कोष के तहत कुल आवंटन 6,000 करोड़ रुपये से अधिक रहा है, जिसमें से 4,200 करोड़ रुपये का उपयोग किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि लगभग 30 प्रतिशत धनराशि का उपयोग किया जाना है।

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