राष्ट्रपति फिल्मों के जरिए अश्लीलता फैलाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आदेश दें: चावला
अमृतसर। पंजाब की पूर्व स्वास्थ्य मंत्री लक्ष्मीकांता चावला ने शनिवार को राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू से आग्रह किया कि वह फिल्मों के माध्यम से अश्लीलता फैलाने वालों के खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई करने के आदेश दें। चावला ने अपने पत्र में कहा कि हमें इस बात का गर्व है कि हमारी एक बहन भारत की बेटी आज देश की राष्ट्रपति पद पर आसीन हैं। उन्होंने कहा कि मीडिया, इंटरनेट, विज्ञापनों और फिल्मों में महिलाओं का केवल कामुकता बढ़ाने के रूप न दिखाया जाता है।
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उन्होंने कहा कि देश में एक ऐसा कानून भी हो जो महिलाओं का अश्लील रूप से किसी भी प्रकार से चित्रण करेगा उसे सात वर्ष तक का कारावास और जुर्माना लगाने का प्रावधान हो, लेकिन यह देश का दुर्भाग्य कहें या आपराधिक लापरवाही कि महिलाओं के सरेआम अश्लील चित्र बनाने, दिखाने वालों के खिलाफ एक भी मामला इस धारा के अंतर्गत दर्ज नहीं किया गया।
पूर्व स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि आजकल पठान फिल्म चर्चा में है। फिल्म में जो गीत दिखाया जा रहा है वहां कई लड़कियां जितने थोड़े कपड़ों में हैं, उसे लगभग नग्न कहा जा सकता है, पर देश के कुछ अभिनेता और नेता इसको सही ठहरा रहे हैं।
मुझे आश्चर्य है कि फारूक अब्दुल्ला जैसे नेता ने कह दिया कि बदलते समय के साथ बदलिए, पर उन्होंने कभी यह नहीं कहा कि बुर्का, घूंघट, हिजाब भी बदलते समय के साथ बंद होना चाहिए। चावला ने कहा कि मेरी आपसे यह करबद्ध प्रार्थना है कि आप इस ओर निजी तौर पर ध्यान दें। आपके राष्ट्रपति रहते हुए महिलाओं का अश्लील चित्रण न किया जाए यह सुनिश्चित करें।
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