Ahir Regiment : अखिलेश यादव ने की सेना में अहीर रेजिमेंट बनाने और सैन्य स्कूल खोलने की मांग

Amrit Vichar Network
Published By Deepak Mishra
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लखनऊ। समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शनिवार को भारतीय सेना में अहीर रेजिमेंट बनाने की अपनी पुरानी मांग को दोहराया और कहा कि यह समुदाय के सैनिकों की बहादुरी एवं बलिदान को सच्ची श्रद्धांजलि होगी।

अखिलेश यादव ने यहां कई पूर्व सैनिकों को सम्मानित करने के बाद पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि अहीर रेजिमेंट की मांग नई नहीं है और इसे पहले भी पार्टी के घोषणापत्र में शामिल किया गया था। जिन पूर्व सैनिकों को इस कार्यकम उनमें 1962 के युद्ध में लड़ने वाले जवान भी शामिल थे। 

उन्होंने कहा, “आज (शनिवार को) जब हम इन बहादुर सैनिकों का सम्मान कर रहे हैं, जिन्होंने देश और उसकी जमीन की रक्षा के लिए अपनी जान की परवाह किए बिना लड़ाई लड़ी, तो हम उनके सम्मान और रेजिमेंट के सम्मान के लिए सेना में अहीर रेजिमेंट की मांग को भी फिर से दोहराते हैं।” पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर दूसरी रेजिमेंट बनाने की भी मांगें हैं, तो उन्हें भी आगे आना चाहिए। 

अखिलेश यादव ने कहा कि युद्ध में बहादुरी दिखाने वाले जवानों को सम्मानित करने का शनिवार का कार्यक्रम लगभग 10 दिन पहले तय किया गया था लेकिन ‘इंडिगो’ (विमान कंपनी) संकट और संसद सत्र के कारण इसे टाल दिया गया था। उन्होंने भारत की आजादी और देश की रक्षा में योगदान देने वाले सैनिकों से मिलना व उन्हें सम्मानित करना अपना सौभाग्य बताते हुए कहा कि ऐतिहासिक लड़ाइयों में भारतीय सैनिकों द्वारा दिखाई गई बहादुरी पीढ़ियों को प्रेरित करती रहती है। 

अखिलेश यादव ने चीन के साथ 1962 के संघर्ष का जिक्र करते हुए कहा कि वृत्तचित्र और ऐतिहासिक रिकॉर्ड दिखाते हैं कि कैसे भारतीय सैनिकों ने रेजांग ला में देश की जमीन की रक्षा के लिए ‘आखिरी गोली और आखिरी आदमी तक’ लड़ाई लड़ी। उन्होंने कहा, “हर सैनिक को कई दुश्मन सैनिकों से लड़ना पड़ा और उन्होंने भारत की जमीन की रक्षा करते हुए हजारों चीनी सैनिकों का सामना किया।” 

अखिलेश यादव ने केंद्र सरकार से खासकर उत्तर प्रदेश में अधिक संख्या नें सैन्य स्कूल स्थापित करने का भी आग्रह किया। उन्होंने कहा कि देश में केवल पांच सैन्य स्कूल हैं, जिसमें राजस्थान व कर्नाटक में दो-दो और हिमाचल प्रदेश में एक स्कूल शामिल है जबकि उत्तर प्रदेश में एक भी इस प्रकार का विद्यालय नहीं है।

 सपा नेता ने कहा, “जब प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री दोनों उत्तर प्रदेश से हैं, तो हमारी मांग है कि लखनऊ, इटावा, कन्नौज और वाराणसी में सैन्य स्कूल खोले जाएं।” इस मौके पर रामचंद्र सिंह नाम के 87 वर्षीय एक पूर्व सैनिक ने भी अहीर रेजिमेंट बनाने की मांग की। सिंह के परिवार की चौथी पीढ़ी सेना में सेवा दे रही है।  

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