मुरादाबाद : प्राधिकरण में कुछ काम शुरू तो कुछ सिर्फ कागजों तक सिमटे, नये साल में कई परियोजनाओं को हरी झंडी मिलने की उम्मीद 

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Published By Bhawna
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अलविदा 2022 : 10 साल पहले करोड़ों रुपये की लागत से बना सोर्सिंग हब नहीं हो सका शुरू

मुरादाबाद,अमृत विचार।  वर्ष 2022 में मुरादाबाद विकास प्राधिकरण के कई कार्य सिर्फ कागजों में ही दबे रह गए। निर्यातकों के लिए 10 साल पहले बना सोर्सिंग हब शुरू नहीं हो सका। यही नहीं कई कालोनी खंडहर हो गईं। इनका पुन: निर्माण भी नहीं हो सका। इसमें सोनकपुर भी शामिल है। सोनकपुर में बने आवासों को न ही आवंटित किया जा सका और न ही इन फ्लैटों का नवीनीकरण हुआ। ऐसी तमाम योजनाएं सिर्फ कागजों तक ही सीमित रहीं।

प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत इस साल भी कई आवंटियों को अपना आशियाना नहीं मिला। एमडीए के कई कार्य इस साल भी विभाग के आलसी रवैये की भेंट चढ़ गए। फिलहाल यह साल बीतने को है। अब प्राधिकरण रुके कार्यों को कितने दिन में करता है, देखना होगा। मुरादाबाद विकास प्राधिकरण के अधिकारी आने वाले साल में नई योजनाओं का उपहार देने का भरोसा दिला रहे हैं।

अधूरा रह गया 1172 आवंटियों का आशियाने का सपना 
मुरादाबाद विकास प्राधिकरण ने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत अलग-अगल स्थानों पर 1824 आवास बनवाए थे। शहरी क्षेत्र में नगरीय विकास अभिकरण के माध्यम से चयन होने के बाद लाटरी सिस्टम से प्रधानमंत्री आवासों का आवंटन कराया गया। इसमें 2015 लोग पीएम आवास के लिए पात्र पाए गए थे। इनमें से 652 आवंटियों को ही कब्जा मिल सका, जबकि 1172 आवंटी अभी भी अपने आशियाने की राह तक रहे हैं। 

स्मार्ट रोड का निर्माण भी अधर में
साल 2019 में एमडीएम ने अगवानपुर से नया मुरादाबाद तक स्मार्ट रोड बनाने की योजना बनाई थी। बोर्ड की बैठक में इसका प्रस्ताव भी पास हो गया था। इसके बाद स्मार्ट रोड के लिए किसानों से जमीन खरीदनी शुरू की थीं। स्मार्ट रोड के लिए किसान जमीन देने को भी तैयार हो गए थे, लेकिन इसके आसपास कालोनी बनाने के लिए उन्होंने जमीन देने से इंकार कर दिया था। इसके चलते स्मार्ट रोड भी सपना ही रह गई। अब इसे एनएचआईए के हवाले कर दिया गया है।

10 साल बाद भी शुरू नहीं हो पाया सोर्सिंग हब  
एमडीए ने दिल्ली रोड पर निर्यातकों के लिए सोर्सिंग हब की बिल्डिंग बनाई थी। इसमें 200 से 250 दुकानें भी बननी थीं। 2012 में 25 करोड़ रुपये से हब बनाने का प्रस्ताव पास हुआ था। इमारत तैयार है, लेकिन 10 साल बाद भी हब चालू नहीं हो सका। निर्यातकों ने इसके लिए सचिव व उपाध्यक्ष से मुलाकात भी की। पूर्व उपाध्यक्ष मधुसूदन हुल्गी ने इस साल हब को संचालित कराने की बात कही थी। लेकिन उनका तबादला होने बाद यह मामला लटक गया। 

नये साल में लांच होगा मोबाइल एप
मुरादाबाद विकास प्राधिकरण नये साल में हाईटेक हो जायेगा। इसके तहत एक क्लिक पर एमडीए की संपत्ति, नीलामी और अन्य योजनाओं की जानकारी मिल सकेगी। इसके लिए एमडीए द्वारा मोबाइल एप तैयार कराया जा रहा है। नए साल तक तैयार होने की उम्मीद है। इस एप से शहरवासी अपने आसपास होने वाले अवैध निर्माण की शिकायत भी गोपनीय तरीके से कर सकेंगे।

नए साल में मिलेगा 1000 सीट वाला प्रेक्षागृह
प्राधिकरण आने वाले साल में शहर के विकास के लिए कई नये काम कर रहा है। इसमें पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप मॉडल के तहत बनने वाला प्रेक्षागृह भी शामिल है। इसमें 1000 हजार लोगों के बैठने की सुविधा होगी। इसके लिए जगह का चयन कर लिया गया है। फिलहाल इसका डिजाइन तैयार किया जा रहा है। डिजाइन तैयार होने के बाद प्रेक्षागृह का निर्माण शुरू हो जायेगा। उम्मीद है कि नये साल में जनता को प्रेक्षागृह का उपहार देगा। 

'नये साल पर प्रेक्षागृह बनकर तैयार होगा...' 
एमडीए उपाध्यक्ष शैलेष कुमार का कहना है कि प्रधानमंत्री आवास के लिए आवंटी को दो लाख रुपए जमा करने होते हैं। जिन लोगों ने धनराशि जमा कर दी है, उन्हें आवास मिल गया है। अन्य आवंटियों को भी आधी धनराशि जमा करने पर कब्जा दिया जाएगा। कई नई परियोजनाओं पर प्राधिकरण काम कर रहा है। नये साल पर प्रेक्षागृह बनकर तैयार होगा तो सोनकपुर रोड को दिल्ली जाने वाले रास्ते से जोड़ा जाएगा। सोनकपुर योजना को भी नये साल में लागू कर दिया जाएगा। साथ ही छह करोड़ की लागत से गरीब छात्रों के लिए भवन का निर्माण होगा। 

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