मुरादाबाद : रट्टा नहीं, अब प्रयोग से पढ़ेंगे विद्यार्थी, माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने जारी किए निर्देश

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Published By Bhawna
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विद्यार्थियों के विषयवार रचनात्मक मूल्यांकन की रूपरेखा तैयार

मुरादाबाद,अमृत विचार। अब सरकारी स्कूलों का परीक्षा परिणाम भी प्राइवेट स्कूलों जैसा होगा। सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थी अब रट्टा नहीं बल्कि प्रयोग करके पढ़ाई करेंगे। यहां के बच्चे भी रचनात्मक तौर तरीकों को अपनाकर सफलता हासिल करेंगे। माध्यमिक शिक्षा विभाग ने सरकारी स्कूलों में शिक्षा के स्तर को सुधारने के लिए यह पहल की है। इसके तहत शिक्षक बच्चों को खेल-खेल में और अन्य रुचिकर तरीकों से पठन-पाठन कराएंगे। इसके साथ ही बच्चों को प्रयोग के जरिए किताबी ज्ञान देने का प्रयास किया जाएगा। पढ़ाई के इस बदले स्वरूप की रूपरेखा लगभग तैयार हो गई है, जल्द ही इसे लागू कर दिया जाएगा।

नई शिक्षा नीति के तहत विद्यार्थियों के विकास के लिए रचनात्मक मूल्यांकन पर जोर दिया गया है। जिले में माध्यमिक शिक्षा परिषद में 451 विद्यालय शामिल है। अब विद्यालयों में अध्ययनरत कक्षा नौ से 12 वीं तक के 1 लाख, 64 हजार, 526 विद्यार्थियों का अब रचनात्मक मूल्यांकन होगा। परिषद ने सभी विद्यालयों में शिक्षण अधिगम सामग्री (टीएलएम) की तर्ज पर पढ़ाई कराने के निर्देश दिए हैं। विभाग के इस प्रारूप का मकसद विद्यार्थियों के सीखने के स्तर एवं पढ़ाई जाने वाली पाठ्यवस्तु की समझ का आकलन करना है। इससे व्यवस्था से विषयपरक जानकारी देने में जहां बच्चों को सीखने में रुचि पैदा होती है, वहीं उनमें सीखने और सिखाने की दक्षताएं बढ़ती हैं। वह स्थानीय परिवेश के विभिन्न उदाहरणों की सहायता से पढ़ना-लिखना सीखते हैं।

इस प्रकार के होंगे कार्यक्रम
इसमें कार्यशाला आयोजित कर विषयवार रचनात्मक मूल्यांकन के उपकरण एवं तकनीक जैसे वाद-विवाद, समूह चर्चा, मॉडल, चार्ट, दृश्यात्मक प्रस्तुति, रोल प्ले आदि गतिविधियों को शामिल कर प्रारूप तैयार किया गया है। प्रारंभिक तौर पर इसे कक्षा नौ में लागू करते हुए चरणबद्ध तरीके से अन्य कक्षाओं में भी लागू किया जाएगा।

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विद्यालयों में शिक्षा के स्तर में सुधार के लिए माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने शिक्षण अधिगम सामग्री (टीएलएम) व्यवस्था लागू कराने के निर्देश है। सभी प्रधानाचार्यों को आदेश की जानकारी देते हुए रूपरेखा तैयार कराकर व्यवस्था को अमल में लाने की निर्देश दे दिए हैं। -डॉ. अरुण कुमार दुबे, जिला विद्यालय निरीक्षक 

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