बरेली: अधिकतम तापमान में माइनस सात डिग्री की गिरावट, ठिठुरन के बीच आरेंज अलर्ट
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार पहाड़ से आने वाली हवाओं से अभी जारी रहेगा कोहरा का कहर, बुधवार को 15.4 डिग्री दर्ज किया गया अधिकतम तापमान
बरेली, अमृत विचार। पहाड़ों से चल रही तेज हवाओं ने गलन के साथ ठिठुरन इतनी बढ़ा दी कि बुधवार को दिन में धूप भी बेअसर दिखाई पड़ी। शाम होते-होते गलन ने लोगों कंपकंपाना शुरू कर दिया। मौसम विभाग की ओर से जिले में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
सुबह 8 बजे तक घने कोहरे से निपटने के साथ शहरवासियों को दिनभर चली पछुवा हवाओं ने बेहाल किया। शाम को 7 बजे के बाद से कोहरा छाना शुरू हो गया। बुधवार को जिले में अधिकतम तापमान माइनस सात डिग्री की गिरावट के साथ 15.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। न्यूनतम तापमान माइनस एक डिग्री की गिरावट के साथ 8.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
पंतनगर यूनिवर्सिटी के मौसम वैज्ञानिक डा. आरके सिंह ने बताया कि पहाड़ों से आ रहीं हवाओं से अधिकतम तापमान में भी कमी और देखने को मिल सकती है। सप्ताह भर मौसम औसतन अधिकतम तापमान 19 डिग्री के आसपास रहने की उम्मीद है।
न्यूनतम तापमान 8- 7 डिग्री सेल्सियस रहेगा। इस दौरान शनिवार तक घना कोहरा, रविवार, सोमवार को कोहरा सामान्य स्थिति में होगा। वहीं, मंगलवार व बुधवार को कोहरे के साथ ओस गिरने से न्यूनतम तापमान 7 डिग्री तक पहुंचने के आसार हैं।
कोहरे से फसल खराब होने का डर: सर्दी बढ़ने के साथ घना कोहरा छाने पर कृषि विशेषज्ञों ने फसलों में होने वाले नुकसान को लेकर अलर्ट जारी किया है। इसमें गेहूं की फसल को फायदा और अन्य फसलों को नुकसान हो सकता है। विशेषज्ञों के अनुसार थोड़े समय तक पड़ने वाले कोहरे का फसलों पर कोई विपरीत प्रभाव नहीं पड़ता लेकिन कोहरा ज्यादा दिनों तक छाया रहता है तो उससे पौधे की आंतरिक क्रियाएं प्रभावित होने लगती हैं।
ज्यादा दिनों तक कोहरा पड़ने से फसलों और पौधों की प्रकाश संश्लेषण प्रक्रिया बाधित होने लगती है, जिससे फसलों में हल्का पीलापन, कमजोर, कीट व रोग बढ़ने से उत्पादन पर भी असर पड़ने की संभावना बढ़ जाती है। यदि गेहूं की फसल में पीलापन आ जाए तो मौसम साफ होने पर तीन प्रतिशत यूरिया को पानी में घोलकर छिड़काव करना चाहिए।
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