बाल-बाल बचे... हनुमानगढ़ी के महंत को जलाकर मारने का प्रयास, निष्काषित साधु समेत अन्य पर हत्या का आरोप

Amrit Vichar Network
Published By Anjali Singh
On

अयोध्या, अमृत विचार : अयोध्या के सिद्धपीठ हनुमानगढ़ी मंदिर के बसंतिया पट्टी के एक आश्रम के महंत को जलाकर मारने का नाकाम प्रयास किया गया। घटना गुरुवार रात करीब 2:45 बजे की है। उन्होंने हनुमानगढ़ी के एक पट्टी के महंत, मंदिर से निष्काषित एक साधु व उसके परिवार के ऊपर आश्रम की जमीन कब्जा करने के लिए उनकी हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया।

बसंतिया पट्टी के साधु महेश दास उर्फ महेश योगी चेला संतोष दास निवासी गोविंदगढ़ आश्रम हनुमानगढ़ी परिसर रामकोट ने शुक्रवार को बताया कि अज्ञात लोगों ने उनके बाथरूम के रोशनदान की जाली काटकर उसमें से कोई ज्वलनशील पदार्थ कमरे में फेंककर आग लगा दी। उस समय वह सो रहे थे। कमरे में धुआं भरने पर नींद खुली, आग लगी देखकर वह बाहर निकले। वहां बैठे सुरक्षाकर्मियों को बुलाकर उनकी मदद से आग को बुझाया। आग से कंबल और कुछ सामान जल गया। घटना की सूचना पर पहुंची थाना रामजन्मभूमि पुलिस ने जांच पड़ताल की है। पुलिस सीसीटीवी व इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस के आधार पर छानबीन कर रही है।

पुलिस को दी तहरीर में संत ने बसंतिया पट्टी के एक महंत पर आश्रम को कब्जाने की साजिश रचने का आरोप लगाया। कहा कि उनकी शह पर हनुमानगढ़ी से निष्कासित एक संत उनके भांजे व उसके परिवार की कुछ महिलाएं आए दिन षड्यंत्र कर उनकी हत्या का प्रयास कर रहे हैं। आरोप लगाया कि कुछ दिन पूर्व वह उन्हें दुष्कर्म जैसे अपराध में भी मुझे फंसाने की साजिश रच चुके हैं।

साजिश रच हनुमानगढ़ी से मिलने वाली सहायता भी की थी बंद

-संत महेश दास का आरोप है कि बसंतिया पट्टी के एक महंत ने उन्हें दो साल से हनुमानगढ़ी से मिलने वाली सभी सहायता बंद कर दी है। यहां तक कि दान पात्र में मिले रुपये भी ले लिए हैं, जिसमें करीब दो करोड़ रुपये की धांधली की गई है। इसकी शिकायत उन्होंने गद्दीनशीन महंत प्रेमदास जी महाराज से की थी। गद्दीनशीन ने उक्त महंत को फटकार भी लगाई थी, इसके बाद से वह उनकी हत्या की साजिश रच रहे हैं।

बसंतिया पट्टी में हैं 40 आश्रम

हनुमानगढ़ी में चार पट्टियां उज्जैनिया, बसंतिया, सागरी और हरिद्वारी हैं। चारों महंतों के ऊपर गद्दीनशीन होते हैं। चारों पट्टियों में चार-चार महंत होते हैं। प्रत्येक पट्टियों में 40 से 50 आश्रम हैं। प्रत्येक आश्रम के अलग-अलग महंत होते हैं। बसंतिया पट्टी के 40 आश्रम हैं, जिनमें से एक गोविंदगढ़ आश्रम का महेश दास स्वयं को महंत बताते हैं।

51 लाख बार कपालभाति कर चुके हैं महेश दास

महंत महेश दास योग की कला में पारंगत हैं, उन्होंने देश ही नहीं विदेशों में भी अपना नाम कमाया है। उन्होंने 1661 घंटों में एक करोड़ 51 लाख बार कपालभाति प्राणायाम कर रिकॉर्ड बनाया है। यह रिकॉर्ड 30 और 31 अगस्त को कोडर में बनाया गया है, जो गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज है। वह रोज 11 घंटे कपालभाति करते हैं। यह रिकॉर्ड बनाने के लिए उन्होंने पांच महीने तक भोजन छोड़ दिया था, केवल फलाहार किया था। इससे पहले वह सरयू नदी में 13,100 बार डुबकी लगा चुके हैं, जो अपने आप में एक रिकॉर्ड है।

मौके पर जांच पड़ताल की गई है। प्रथम दृष्टया मामला संदिग्ध प्रतीत हो रहा है। इस संबंध में तहरीर प्राप्त हुई है, लगाए गए आरोपों की जांच के लिए थाना प्रभारी राम जन्मभूमि अभिमन्यु शुक्ला के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया है।-आशुतोष तिवारी, सीओ अयोध्या।


ये भी पढ़े : 
ढोल-नगाड़े की धुन पर थिरके पांव... चंदन, तिलक से तमिल अतिथियों का स्वागत, रामलला दर्शन कर भाव-विभोर हुए श्रद्धालु 


सोर्स : अयोध्या कार्यालय

संबंधित समाचार