अयोध्या: रामलला का चित्रपट और कलश गर्भगृह में हुआ प्रतिष्ठित, कल निकलेगी शोभायात्रा

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Published By Deepak Mishra
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अमृत विचार, अयोध्या। रामजन्मभूमि में विराजमान रामलला का 74वां प्राकट्योत्सव शुक्रवार से अनुष्ठानपूर्वक शुरू हो गया। श्रीरामजन्म भूमि सेवा समिति के तत्वावधान में उत्सव के पहले दिन वेद संहिताओं का पाठ शुरू हुआ। पुन: पदाधिकारियों ने कलश व रामलला के चित्रपट के साथ पूजन सामग्री को रामलला के सहायक अर्चक संतोष तिवारी को रंगमहल बैरियर पर सौंपा, जिसे गर्भगृह में प्रतिष्ठित किया गया। 
      
 प्रथम पाली में विराजमान रामलला की दर्शनावधि पूर्वाह्न 11 बजे तक ही है। इसके बाद भगवान के भोग आरती साढ़े 11 बजे होती है। सेवा समिति के पदाधिकारी पूजन सामग्री सहायक पुजारी के सुपुर्द करने के बाद स्वयं दर्शन के लिए परिसर में गये और वहां आरती में सम्मिलित भी हुए। पुन: सभी पदाधिकारियों को निर्माणाधीन मंदिर का अवलोकन कराया गया। यहां पहुंच कर पदाधिकारियों ने गर्भगृह के चिह्नित स्थल की परिक्रमा की। फिर निर्माण कार्य का भी निरीक्षण किया गया।

इस दौरान उन्हें निर्माणाधीन मंदिर की बारीकियों से अवगत कराया गया। इसके साथ सेवा समिति के पदाधिकारियों को रामनामी भेंटकर उनका स्वागत भी किया गया। सेवा समिति के अध्यक्ष व निर्वाणी अखाड़े के पूर्व महंत धर्मदास ने राम मंदिर निर्माण को देखकर प्रसन्नता व्यक्त की।  इस मौके पर समिति के उपाध्यक्ष संजय शुक्ल व महंत सत्येंद्र दास वेदांती, महंत जयराम दास, महंत मनीष दास, राजेन्द्र चौबे एवं कवीन्द्र चतुवेर्दी सहित अन्य मौजूद रहे।

कल निकलेगी शोभायात्रा
श्रीरामजन्मभूमि सेवा समिति के संयोजक अच्युत शंकर शुक्ल ने बताया कि विविध ग्रंथों के पाठ के साथ प्राकट्योत्सव शुरू हो गया है। उन्होंने बताया कि प्राकट्य का मुख्य पर्व पौष शुक्ल तृतीया शनिवार को मनाया जाएगा। सबसे पहले समिति के पदाधिकारी रामजन्मभूमि जाकर रामलला के पुजारी से पूजित कलश व चित्रपट वापस प्राप्त करेंगे। पुन: कलश विसर्जन के साथ अनुष्ठानों की पूर्णाहुति की जाएगी। उसके बाद अपराह्न दो बजे क्षीरेश्वर नाथ महादेव मंदिर से हनुमानगढ़ी अखाड़े के निशान व बैंड-बाजे के साथ धूमधाम से भगवान की शोभायात्रा निकाली जाएगी।

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