लखनऊ : होती रहीं हत्याएं, थपथपाते रहे पीठ

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Published By Vinay Shukla
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एक जनवरी 2022 से अब तक 115 लोगों की हत्या से सहमी रही राजधानी, प्रत्येक महीने करीब 10 लोगों को उतारा गया मौत के घाट

कमिश्नरेट प्रणाली लागू होने के बाद भी अपराध की घटनाओं का सिलसिला जारी

अमृत विचार, लखनऊ। बेहतर पुलिसिंग के साथ अपराध पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से राजधानी लखनऊ में कमिश्नरेट प्रणाली लागू की गई। लेकिन, इसके बावजूद अपराधी हर माह 10 हत्याओं को अंजाम देकर कानून व्यवस्था पर लगातार सवाल खड़ा करते रहे।

पुलिस भले ही इन 115 हत्याओं में से 107 हत्याओं के मामले का खुलासा करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार कर अपनी पीठ थपथपाती रही, लेकिन हत्या के आठ मामलों में पुलिस हत्यारोपियों तक पहुंचने में पूरी तरह से नाकामयाब रही।

जबकि, कमिश्नरेट प्रणाली लागू होने के बाद पुलिस को अत्याधुनिक संसाधनों से लैस किया गया है। बावजूद हत्यारोपी पुलिस को चकमा देने में सफल रहे। इससे पेट्रोलिंग समेत पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। वहीं, दूसरी तरफ पुलिस वर्ष 2022 में हुई डकैती और लूट के सभी मामले सुलझाने में सफल रही।

गैंगेस्टरों की जब्त की गई एक अरब 77 करोड़ की संपत्ति

 1 जनवरी 2022 से अब तक पुलिस ने 106 गैंगेस्टरों पर कार्रवाई करते हुए इन गैंगेस्टरों की एक अरब 77 करोड़ 56 लाख रुपये की संपत्ति जब्त की है। इनमें 27 गैंगेस्टरों के विरुद्ध कार्रवाई की गई है। जबकि, 79 आरोपियों पर गैंगेस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई हुई है।

जिनमें हत्या के मामले में नौ, गौकशी में चार, लूट में 16, चोरी में 23, धोखाधड़ी में नौ, अवैध शराब तस्करी में छह, अपहरण में एक, नकबजन में तीन, मारपीट में एक समेत अन्य पर गैंगेस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई कर इनकी संपत्तियां जब्त की गई हैं। जिससे गैंगेस्टरों में भय का माहौल है।

 5332 महिला अपराध हुए

 महिला अपराध पर लगाम लगाने के उद्देश्य से पूरे शहर में 99 पिंक बूथ बनाए गए हैं। जहां पर 1 जनवरी से अब तक 5332 शिकायतें प्राप्त हुईं। जिनमें से पुलिस ने 5209 शिकायतों का निस्तारण किया। इसमें पूर्वी जोन में कुल 735 शिकायतें मिलीं, जिनमें 690 शिकायतों का निवारण हुआ।

वहीं, पश्चिमी जोन में कुल 1224 शिकायतों में 1218 का निवारण हुआ। इसी क्रम में दक्षिणी जोन में 829 शिकायतों में 823 का, उत्तरी जोन में 1918 शिकायतों में से 1886 का जबकि, मध्य जोन में 626 शिकायतों में से 592 शिकायतों का निवारण हुआ।

 421 मादक पदार्थों की तस्करी करने वाले गिरफ्तार

 

  • बरामद मादक पदार्थ किलोग्राम
  • अफीम 15 किलोग्राम
  • चरस 6.4 किलोग्राम
  • गांजा 279.214 किलोग्राम
  • मार्फिन 1.481 किलोग्राम
  • स्मैक 8 किलोग्राम
  • नशीली गोली 266 पीस
  • नशीला पाउडर 1 किलोग्राम
चोरी के 444 मामलों में 239 चोर गिरफ्त से बाहर

 शहर भर में 1 जनवरी से अभी तक कुल 444 मुकदमे दर्ज हुए। जिनमें से पुलिस 239 मामलों का खुलासा नहीं कर सकी। वहीं, पुलिस ने 451 आरोपियों काे गिरफ्तार कर करीब एक करोड़ रुपये की नकदी समेत अन्य सामान बरामद किया। चोरी की हो रही लगातार इस तरह की घटनाएं पुलिस पेट्रोलिंग पर एक बार फिर से सवाल खड़े कर रही हैं।

पुलिस कमिश्नर लखनऊ एसबी शिरोडकर के मुताबिक, पुलिस ने एक जनवरी से अब तक हर तरीके के अपराध में लगभग 100 प्रतिशत मामलों का खुलासा किया किया है। कमिश्नरेट प्रणाली लागू होने से शहर में हो रहे अपराधों में कमी आई है। अपराधी कितना भी शातिर क्यों न हो, वह पुलिस से बच नहीं सकता।

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