प्रो. आलोक राय ने रचा इतिहास, 102 साल पुराने लखनऊ विश्वविद्यालय के दूसरी बार बने कुलपति, जानिए पिछले कार्यकाल की उपलब्धियां

रविशंकर गुप्ता अमृत विचार लखनऊ। प्रोफेसर आलोक कुमार राय (Vice Chancellor Professor Alok Rai, Lucknow University) को लखनऊ विश्वविद्यालय का दूसरी बार कुलपति बनाया गया है। इस संबंध में सभी असमंजसों पर विराम लगाते हुए राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने शुक्रवार को आदेश जारी कर दिया है। हालांकि इससे पहले गुरुवार को उन्हें अग्रिम आदेश तक कुलपति बनाये जाने की चर्चा हुई थी। लेकिन इसको लेकर कोई स्पष्ट आदेश नहीं जारी हुआ था। लेकिन शुक्रवार को इस बारे में अधिकृत जानकारी देते हुए प्रमुख सचिव राज्यपाल कल्पना अवस्थी ने बताया कि प्रो आलोक राय को दूसरी बार लखनऊ विश्वविद्यालय का कुलपति नियुक्त किया गया है। प्रो राय के निर्देशन में अभी हाल ही में लखनऊ विश्वविद्यालय ने नैक मूल्यांकन में उच्चतम ग्रेड ए प्लस प्लस प्राप्त किया है, ये एक बड़ी उपलब्धि है।
अभी तक कोई प्रोफेसर दोबारा नहीं बना कुलपति
लखनऊ विश्वविद्यालय के इतिहास में प्रोफेसर कुलपति आलोक राय के अलावा अभी तक कोई दूसरा प्रोफेसर दो-दो बार कुलपति नहीं बन पाया है। आलोक राय पहले ऐसे प्रोफेसर हैं जो दूसरी बार अब विश्वविद्यालय के कुलपति बने हैं। प्रोफेसर आलोक राय के लिए ये एक बड़ी उपलब्धि है।

कड़ी मेहनत से दिलाया लखनऊ विश्वविद्यालय को नैक से ए डबल प्लस
विश्वविद्यालय के इतिहास में हमेशा के लिए प्रोफेसर आलोक राय का नाम उस दिन दर्ज हो गया था जब नैक मूल्यांकन में ए डबल प्लस के ग्रेडिंग प्राप्त हुई थी। वर्तमान में पहला संस्थान है लखनऊ विश्वविद्यालय है जिसे नैक मूल्यांकन में ए डबल प्लस की ग्रेडिंग मिली है।
पूरे स्टाफ को जोड़कर चलने की है प्रतिभा
वैसे तो प्रोफेसर आलोक राय नैक मूल्यांकन में ए डबल प्लस की ग्रेडिंग का श्रेय विश्वविद्यालय के सभी शिक्षको, प्रोफेसरों और स्टाफ को देते हैं। कई बार वह मीडिया से बातचीत में भी कहते हैं रहे हैं कि विश्वविद्यालय का वह भले ही नेतृत्व कर रहे हैं लेकिन नैक से मूल्यांकन के लिए पूरे स्टाफ ने उनके साथ मिलकर कड़ी मेहनत की है।
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