Year Ender 2022: साल के आखिर में उमड़े पर्यटकों से गुलजार हुआ राजस्थान का पर्यटन क्षेत्र

Year Ender 2022: साल के आखिर में उमड़े पर्यटकों से गुलजार हुआ राजस्थान का पर्यटन क्षेत्र

जयपुर। क्रिसमस व नववर्ष मनाने के लिए साल के आखिरी सप्ताह उमड़े पर्यटकों ने राजस्थान के पर्यटन उद्योग की उम्मीदों में नए रंग भर दिए। राज्य के होटल और रिसॉर्ट आगंतुकों से भरे हैं और आतिथ्य उद्योग साल के आखिरी सप्ताह में अच्छे खासे कारोबार की उम्मीद कर रहा है जो उसे कोरोना महामारी से हुए नुकसान की कुछ भरपाई करने में मदद करेगा। 

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पर्यटन और होटल उद्योग से जुड़े लोगों का कहना है कि 2020 में फैली कोरोना महामारी ने 2021 में भी इस क्षेत्र को प्रभावित किया। उसके बाद पहली बार, अब राज्य में पर्यटकों की संख्या सबसे अधिक है। चूंकि इस बार कोरोना से जुड़े सारे प्रतिबंध हटाए लिए गए हैं तो पर्यटन व होटल व्यवसाय वापस पटरी पर आ गया है। 

उन्होंने कहा कि विदेशी पर्यटकों की तुलना में घरेलू पर्यटकों का आगमन ज्यादा है जो साल के आखिरी त्योहारी सीजन व नए साल को मनाने के लिए जयपुर, उदयपुर, जोधपुर और जैसलमेर जैसे शहरों में ऐतिहासिक महत्व के स्थलों और राष्ट्रीय उद्यानों में उमड़ पड़े हैं। राज्य की राजधानी जयपुर में लगभग 1,200 पंजीकृत होटल हैं और अधिकांश ने कहा कि वे सब बुक हो चुके हैं। 

टूर ऑपरेटरों ने कहा कि क्रिसमस की पूर्व संध्या से, राज्य में पर्यटन कारोबार के लिए पिछला एक सप्ताह बहुत व्यस्त रहा है। राजस्थान में पर्यटन सीजन अक्टूबर से शुरू होता है और मार्च-अप्रैल तक लोग यहां के ऐतिहासिक स्थलों, झीलों, पहाड़ों, राष्ट्रीय उद्यानों और रेगिस्तान का दौरा करते रहते हैं। हालांकि उसके बाद गर्मियां शुरू हो जाती हैं। 

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार आमेर किले, हवा महल, सिटी पैलेस, जयगढ़ किला और नाहरगढ़ किले में पर्यटकों की बढ़ी संख्या के साथ पिछले छह दिनों में जयपुर आने वाले पर्यटकों की संख्या लगभग 2.5 लाख रही। राजस्थान एसोसिएशन ऑफ टूर ऑपरेटर्स के सचिव संजय कौशिक ने कहा, "कारोबार के लिए यह एक सुनहरा सप्ताह रहा है। यह इस तथ्य को दर्शाता है कि राजस्थान शीर्ष पर्यटन गंतव्यों में से एक है और रहेगा।" 

उन्होंने  बताया, "जयपुर, जोधपुर, उदयपुर, जैसलमेर में होटल भरे हुए हैं। अब, आगंतुक अन्य स्थलों जैसे पाली में जवाई और रणकपुर, राजसमंद में कुंभलगढ़ और सवाई माधोपुर में रणथंभौर जैसे अन्य प्रमुख पर्यटन स्थलों पर आवास नहीं मिलने पर जा रहे हैं।" जयपुर में, आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि 24 दिसंबर से शुरू हुए छह दिनों में लगभग 2.5 लाख पर्यटकों ने शहर का दौरा किया, जो कि कोरोना महामारी से जुड़े प्रतिबंध पूरी तरह से हटाए जाने के बाद एक रिकॉर्ड है। 

पुरातत्व विभाग के एक अधिकारी ने कहा, "शुक्रवार को 11,786 पर्यटकों ने आमेर किले का दौरा किया, जिससे 13 लाख रुपये से अधिक की आय हुई। एक सप्ताह के लिए पर्यटकों की संख्या बहुत अधिक है।" बड़ी संख्या में दर्शकों को भी देख रहे हैं। पुलिस उपायुक्त (जयपुर उत्तर) पारिस अनिल देशमुख ने कहा कि भारी भीड़ को देखते हुए पर्यटन स्थलों पर अतिरिक्त पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। 

उन्होंने कहा, "पर्यटन स्थलों पर सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं और किसी भी अप्रिय घटना को विफल करने के लिए अतिरिक्त होमगार्ड और राजस्थान सशस्त्र कांस्टेबुलरी के कर्मियों को तैनात किया गया है।" बड़ी संख्या में पर्यटकों के आने के कारण जयपुर के परकोटा इलाके की संकरी सड़कें वाहनों से भरी रहती हैं। 

एक स्थानीय नागरिक ने कहा कि कई बाजारों, हवा महल और जयपुर सिटी पैलेस वाले इलाके में सामान्य दिनों में भी ट्रैफिक जाम रहता है, लेकिन पर्यटकों के आने से स्थिति और भी खराब हो गई है। सप्ताहांत के लिए अपने पूरे परिवार के साथ जयपुर घूम रही सायंतनी मुखर्जी ने कहा कि वे आमेर किले तक नहीं पहुंच सकीं, क्योंकि परकोटे वाले इलाके में ट्रैफिक जाम था। 

उन्होंने कहा, "हमने नए साल से पहले जयपुर के दौरे की योजना बनाई थी, लेकिन सड़कों पर भारी ट्रैफिक था। हम किले में नहीं गए, बल्कि अन्य स्थलों का दौरा किया। भीड़ के बावजूद, यह वास्तव में अच्छा अनुभव था।" मुखर्जी परिवार ने अपनी छुट्टी के दो दिन रणथंभौर में बिताना पसंद किया। झीलों के शहर उदयपुर में भी पर्यटकों की भारी भीड़ देखी जा रही है। 

पर्यटन विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि नवंबर में 1.85 लाख से अधिक पर्यटकों ने शहर का दौरा किया, जो 12 वर्षों में सबसे अधिक है। उन्होंने कहा कि सप्ताहांत में क्रिसमस-नव वर्ष के साथ, उदयपुर में बड़ी संख्या में पर्यटक आ रहे हैं। उदयपुर के क्षेत्रीय पर्यटन कार्यालय की उप निदेशक शिखा सक्सेना ने कहा, "इस बार घरेलू पर्यटकों की संख्या बहुत अधिक है।" 

अधिकारी ने कहा कि पर्यटकों की अधिक संख्या को देखते हुए कुछ पर्यटन स्थलों पर जाने का समय दो घंटे बढ़ा दिया गया है। उन्होंने कहा कि जयपुर की तरह नाइट टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए उदयपुर में भी संभावनाएं तलाशी जा रही हैं। सक्सेना ने कहा कि जी20 देशों की शेरपा बैठक जैसे आयोजनों ने हाल ही में शहर में पर्यटन को बढ़ावा दिया है। 

उदयपुर के टूरिस्ट गाइड गजेंद्र सिंह ने कहा कि छोटे-बड़े होटल, रिजॉर्ट और रेस्टोरेंट पर्यटकों से भरे रहते हैं और यह बिजनेस के लिए अच्छा है। उन्होंने कहा, "पर्यटन स्थलों पर मंदिरों की तरह भीड़ होती है। कभी-कभी चलने की जगह नहीं होती है।" पुष्कर और रणथंभौर जैसे गंतव्यों पर भी भीड़ देखी जा रही है। 

अजमेर के चितवन रिसॉर्ट के महाप्रबंधक अमित कोठारी ने कहा, "घरेलू पर्यटकों की आमद बढ़ी है और आतिथ्य क्षेत्र पिछले तीन महीनों में अच्छी कमाई के साथ पटरी पर लौट आया है।" 

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