बरेली: झटका... 15 करोड़ की बिजली फूंककर गुमशुदा हो गए 5 हजार लोग

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Published By Vishal Singh
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बेखबर अफसरों की वसूली की समीक्षा में खुली आंखें, गलत निकले सारे पते, विभागीय स्टाफ की सांठगांठ का अंदेशा

बरेली, अमृत विचार। ऐसे कारनामे पावर कॉरपोरेशन में हो सकते हैं। दरअसल, पांच हजार से ज्यादा उपभोक्ता 15 करोड़ से ज्यादा कीमत की बिजली फूंककर गुमशुदा हो गए हैं। इनमें तमाम उपभोक्ताओं पर बकाया तय सीमा से भी ऊपर निकल जाने के बावजूद अफसर बेखबर बने रहे। हाल ही में समीक्षा के दौरान यह घोटाला जानकारी में आने के बाद बकाएदार उपभोक्ताओं को तलाश करने की कोशिश की गई तो मालूम हुआ कि कागजों में उनके नाम-पते ही फर्जी हैं। पावर कॉरपोरेशन के अफसर अब अपनी बला टालने के लिए इन बकायादारों के खिलाफ आरसी जारी कराने में लगे हुए हैं।

पावर कॉरपोरेशन को 15 करोड़ की चपत लगवाने के इस मामले में विभागीय स्टाफ की सांठगांठ का अंदेशा जताया जा रहा है, हालांकि आधिकारिक तौर पर कोई कुछ कहने को तैयार नहीं है। दरअसल, कनेक्शन लेने की प्रक्रिया में आवेदक से उसके आई कार्ड के साथ उस इमारत की मिल्कियत के कागज भी लिए जाते हैं, जहां कनेक्शन लगना होता है। पते का सत्यापन करने की जिम्मेदारी भी विभागीय स्टाफ की होती है लेकिन इसके बावजूद 5000 हजार की बिजली फूंककर लापता हो जाना कम हैरत की बात नहीं है।

समीक्षा में पांच हजार उपभोक्ताओं पर 15 करोड़ का बकाया होने का खुलासा होने के बाद विभागीय अधिकारी कई दिनों से उन्हें तलाश कराने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन कोई कामयाबी नहीं मिल पाई। ज्यादातर पते गलत निकले या फिर उन पतों पर कोई और लोग रहते मिले। तमाम पते अधूरे भी निकले। दिलचस्प यह है कि लंबे समय तक बकाया की अदायगी के बावजूद बिल नियमित रूप से जारी किए जाते रहे। इस बीच इन कनेक्शनों को न किसी अफसर ने चेक किया न स्टाफ ने।

कई कनेक्शनों पर लाखों तक का बिल बकाया
पावर कॉरपोरेशन के अधिकारियों के मुताबिक गुमशुदा उपभोक्ताओं में तमाम ऐसे हैं जिनके ऊपर लाखों रुपये का बकाया है। नाम पता सही न होने के बावजूद उनका बिल नियमित रूप से बनाया जा रहा था। अफसरों का कहना है कि कनेक्शन लेते समय तमाम उपभोक्ताओं ने नाम-पता अधूरा लिखवा दिया। जब उन पर बिजली का बकाया ज्यादा हुआ तो उन्होंने परिवार के किसी दूसरे सदस्य के नाम पर कनेक्शन करा लिया। कनेक्शन कटवाने के दौरान भी नाम विभाग के रिकॉर्ड में दर्ज न होने से भी उनका बिल हर महीने बनता रहा।
बट्टे खाते में डालना पड़ेगा 15 करोड़ का बकाया

आम तौर पर कनेक्शन लेने में लोगों के पसीने छूट जाते हैं। बिजली विभाग उनसे तमाम तरह की औपचारिकताएं पूरी कराता है, इसके बावजूद उन्हें चक्कर काटने पड़ते हैं। इसके बावजूद पांच हजार उपभोक्ताओं के गायब हो जाने से अफसरों पर भी सवाल उठ रहे हैं। अफसरों का कहना है कि पहले इन बकायादारों के खिलाफ आरसी जारी कराई जाएगी, इसके बावजूद अगर उनका कोई पता नहीं चला तो उन पर बकाया रकम को बट्टे खाते में डाल दिया जाएगा।

पांच हजार उपभोक्ताओं पर 15 करोड़ रुपया का बकाया है। काफी तलाशने के बाद भी उनका पता नहीं लग पा रहा है। अब ऐसे उपभोक्ताओं के पते पर आरसी भेजी जाएंगी। उसके बाद भी बकाया बिल की वसूली नहीं होती तो सारे बिल बट्टे खाते में डाल दिए जाएंगे-विकास सिंघल, अधीक्षण अभियंता।

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