Winter In UP : पहाड़ के शहरों से ज्यादा ठंडा Kanpur, हवाओं ने बढ़ाई गलन, अभी कुछ दिन सर्दी का सितम और रहेगा भारी

Amrit Vichar Network
Published By Kanpur Digital
On

Winter In UP कानपुर में ठंड बढ़ रही।

Winter In UP पहाड़ के शहरों से ज्यादा ठंडा कानपुर शहर रहा। इसमें हवाओं ने गलन बढ़ाई। पर्वतीय इलाकों से टकराकर हवाओं ने गलन बढ़ाई है।

कानपुर, अमृत विचार। Winter In UP शहरियों को रविवार को भी सर्दी का खूब सामना करना पड़ा। छुट्टी के दिन में भी पहाड़ों के शहरों से कानपुर की सर्दी ज्यादा थी। सुबह कोहरे और शीत लहर की वजह से काफी गलन थी तो वहीं धूप देर से निकली, जिस वजह से लोग भी घर में दुबके रहे।

चौबीस घंटे में तापमान में मामूली वृद्धि जरूर हुई, लेकिन हिमालय से टकरा कर पहुंच रही ठंडी हवाओं ने खूब कहर बरपाया। धूप निकलने के बाद लोगों ने कुछ राहत सांस जरूर ली, लेकिन उत्तराखंड की राजधानी सहित कई पहाड़ी शहरों के मुकाबले औद्योगिक नगरी में ज्यादा ठंड रही।

जनवरी में सर्दी ने खूब कहर बरपाया है। नए साल के दूसरे रविवार को तड़के शीतलहर के साथ कोहरे की हल्की चादर ने ठंड के तेवर से लोगों को खूब डराया। गलन होने की वजह से लोग कमरे से निकलने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे थे। सर्दी काफी थी, इसलिए घरों के कमरों को रूम हीटर और ब्लोवर से गरम रखा जा रहा था। कई जगह लोगों ने अलाव जलाए थे तो वहीं बच्चों को रजाई और कंबल में ही रखकर सर्दी से सुरक्षित किया जा गया।

छुट्टी का दिन था, इसलिए बच्चों के साथ बड़े भी घर पर ही थी। हालांकि धूप निकलने के बाद लोगों ने घूमने का भी मन बनाया। दोपहर 12 से डेढ़ बजे तक धूप काफी अच्छी खिली थी, जिसका लोगों नू खूब लुत्फ उठाया। उसके बाद जैसे-जैसे धूप हल्की हुई, पारा फिर तेजी के साथ गिरने लगा।

शाम और फिर रात में ठंड काफी बढ़ गई। दोपहर में जो तापमान 13.5 डिग्री सेल्सियस था तो वहीं रात होते ही पारा दस डिग्री सेल्सियस से ज्यादा तक गिर गया और लोगों को 3.2 डिग्री सेल्सियस पारा का सामना करना पड़ा। मौसम विभाग की मानें तो पहाड़ों के शहरों से कानपुर में ठंड ज्यादा थी। गढ़वाल और उत्तराखंड की राजधानी देहरादून, पंतनगर में न्यूनतम तापमान छह तो मुक्तेश्वर में 6.5 और टेहरी में 7.6 डिग्री सेल्सियस रहा।

एक सप्ताह तक खूब रहेगा जाड़ा, फिर हल्की राहत

अभी एक सप्ताह तक खूब जाड़ा रहेगा। मौसम विभाग के अनुमान है कि पश्चिमी विक्षोभ के धीमे पड़ने की वजह से ठंड में फिर धीरे-धीरे गिरावट आएगी। मौसम विज्ञानी डॉ. एसएन सुनील पांडेय ने बताया कि सर्दी का असर एक सप्ताह तक खूब रहेगा। पारा पांच से 15 तक रहेगा। इससे अधिक नहीं रहेगा। न्यूतम पारा भी तीन के निकट तक रह सकता है। उसके बाद पारा बढ़ेगा। उन्होंने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ की वजह से हवाओं की गति पर असर पड़ेगा और हिमालय पहुंचने वाली हवाएं तराई की ओर तेजी के साथ रुख नहीं करेंगी। 

जनवरी में मौसम का हाल

कब        न्यू.     अधि.
1 जन.    10.8   20.0
2 जन.    5.4    13.4
3 जन.    3.6    10.2
4 जन.    8.4    13.2
5 जन.    4.4    15.2
6 जन.     3.2   12.2
7 जन.     2.0    13.2

संबंधित समाचार