पीलीभीत: किसानों ने बंद कराई चीनी मिल, केनयार्ड में टेंट लगाकर धरना शुरू
पीलीभीत/बरखेड़ा, अमृत विचार। गन्ना भुगतान करने में फिसड्डी बजाज चीनी मिल में एक और धरना प्रदर्शन शुरू हो गया। एक दिन पहले किसानों ने तौल बंद कराकर हुंकार भरी थी। उसके बाद अब केनयार्ड में टेंट लगाकर धरने पर बैठ गए। दिन भर धरनास्थल पर सभा करते हुए जल्द भुगतान की मांग पर गरजे और एकजुटता की अपील की जाती रही। उधर, पहले से मिल गेट पर चल रहा धरना प्रदर्शन भी जारी रहा। एडीएम और सीओ किसानों को मनाने के लिए पहुंचे, लेकिन वार्ता बेनतीजा साबित हुई। सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन के अनुसार बकाया भुगतान कराने की मांग की गई।
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जनपद की चार चीनी मिलों में हर साल सर्वाधिक बकाएदारी बजाज चीनी मिल बरखेड़ा पर रहती है। अभी भी नए पेराई सत्र के चालू होने के बावजूद पिछले सत्र का करोड़ों रुपये बकाया है। बकाए भुगतान को लेकर राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन की ओर से नौ दिन से मिल गेट पर धरना प्रदर्शन चल रहा है। इस धरने को समाप्त कराने के लिए अभी मिल प्रबंधन सफल हो नहीं सका था कि एक और धरना शुरू हो गया। सोमवार दोपहर को सैकड़ों किसान चीनी मिल पहुंचे थे और तौल बंद करा दी थी। उसके बाद से ही केनयार्ड में टेंट लगना शुरू हो गया था। जिससे धरना प्रदर्शन के कयास लगाए जा रहे थे और ऐसा ही हुआ। किसान केनयार्ड में ही लगाए गए टेंट में धरने पर बैठ गए। चीनी मिल को बंद करा दिया।
मंगलवार सुबह से ही मिल में पेराई बंद रही। यार्ड गन्ना वाहनों से भरा रहा और एक तरफ धरना स्थल पर किसानों की सभा चलती रही। जिसमें अपना हक पाने के लिए एकजुट होने की अपील की जाती रही। दोपहर में एडीएम वित्त एवं राजस्व राम सिंह गौतम, एसडीएम ऋषिकांत राजवंशी, सीओ बीसलपुर मनोज कुमार चीनी मिल पहुंचे। यहां काफी देर तक किसानों से बातचीत चलती रही। उन्हें भुगतान को लेकर अधिकारी आश्वस्त करते रहे, लेकिन किसान अडिग रहे। उन्होंने साफ कहा कि सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन के तहत ब्याज समेत बकाया भुगतान 15 दिन के भीतर कराने की मांग की गई। वार्ता बेनतीजा साबित हुई और किसान धरना प्रदर्शन कर नारेबाजी करते रहे।
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