पीलीभीत: रास्ते की जमीन पर पंचायत भवन बनाने का मामला, प्रधान समेत सात लोगों पर एफआईआर
हाईकोर्ट में सुनवाई से पहले ही प्रशासन ने की कार्यवाही, रिकवरी के भी जारी हो चुके नोटिस
बिलसंडा, अमृत विचार। ग्राम पंचायत फिरसाह चुर्राह में रास्ते की जमीन पर पंचायत भवन का निर्माण कराने को लेकर हाईकोर्ट में चल रही सुनवाई के चलते एसडीएम ने मौजूदा एवं पूर्व प्रधान, पूर्व दो एवं एक मौजूदा सचिव, हल्का लेखपाल एवं तकनीकी सहायक समेत सात लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज कराई है। प्रशासन की इस कार्यवाही से संबंधित लोगों में हड़कंप मच गया।
गांव में विरोध के बावजूद रास्ते की जमीन पर संबंधित जिम्मेदारों ने कुछ महीने पहले पंचायत भवन का निर्माण आनन-फानन में करा दिया। निर्माण कार्य पर हुए व्यय 8.85 लाख रुपयों का भुगतान भी कर दिया। क्योंकि चल रही सुनवाई के चलते हाईकोर्ट ने 19 जनवरी को एसडीएम को तलब किया गया। जिसमें उन्हें पंचायत भवन निर्माण कराने वाले जिम्मेदारों की सूची सौंपनी है। लेकिन इससे पहले ही प्रशासन ने जिम्मेदारों पर कार्यवाही का चाबुक चला दी। जबकि सीडीओ चार दिन पहले धनराशि रिकवरी के लिए नोटिस भी जारी कर चुके हैं।

वहीं सोमवार को स्थानीय थाने पर बीसलपुर के एसडीएम ऋषि कांत राजवंशी ने अभियोग पंजीकृत करा दिया। जिसमें पूर्व प्रधान मंजीत सिंह, मौजूदा प्रधान महेश कुमार, हल्का लेखपाल रामस्वरूप, पूर्व सचिव मोहम्मद इरफान, पूर्व सचिव राजकुमार एवं मौजूदा सचिव के पी सिंह, तकनीकी सहायक अरुण मिश्रा शामिल है। इनमें पूर्व सचिव मोहम्मद इरफान का पिछले वर्ष गैर मंडल में स्थानांतरण हो चुका है जबकि सचिव राजकुमार इस वक्त पूरनपुर में तैनात हैं। इन दोनों सचिवों को इससे पहले निलंबित भी किया जा चुका है।
हाईकोर्ट में जिम्मेदारों की 19 को सूची सौंपेंगे एसडीएम
हाईकोर्ट अब 19 जनवरी को सुनवाई करेगा। उसी दिन एसडीएम को सूची उपलब्ध कराने का आदेश दिया गया है। हाईकोर्ट द्वारा धनराशि रिकवरी कराने के लिए मांगी गई सूची से पहले ही प्रशासन ने उन सभी जिम्मेदारों पर कार्यवाही करनी शुरू कर दी। जिससे हड़कंप मच गया।
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