बरेली: 1543 लोगों को ऋण की अदायगी न करना पड़ेगा महंगा, लिए थे डेढ़ करोड़...देने पड़ेंगे 10 करोड़

अल्पसंख्यक वर्ग के जरूरतमंदों को 2009 तक दिया गया था ब्याजमुक्त कर्ज

 बरेली: 1543 लोगों को ऋण की अदायगी न करना पड़ेगा महंगा, लिए थे डेढ़ करोड़...देने पड़ेंगे 10 करोड़

बरेली, अमृत विचार। अल्पसंख्यक वर्ग के 1543 लोगों को सरकारी ऋण की अदायगी न करना भारी पड़ने जा रहा है। टर्म लोन, मार्जिन मनी, ब्याज रहित ऋण और शैक्षिक ऋण जैसी स्कीमों के तहत इन लोगों ने करीब डेढ़ करोड़ का ऋण लिया था लेकिन उसकी अदायगी नहीं की। करीब 14 साल तक यह ऋण फाइलों में ही दबा रहा लेकिन अब इन बकायादारों को नोटिस जारी कर 31 जनवरी तक ब्याज समेत ऋण की अदायगी करने काे कहा गया है। इसके बाद उसकी वसूली के लिये आरसी जारी कर दी जाएगी। ब्याज के साथ 14 सालों में यह ऋण अब दस करोड़ का हो चुका है।

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बकाया की अदायगी न करने वाले 1543 लाभार्थियों ने 1995 से 2009 के बीच ऋण लिया था। अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के मुताबिक टर्म लोन, मार्जिन मनी, ब्याज रहित ऋण जैसी कई स्कीमें अल्पसंख्यक वर्ग के जरूरतमंद लोगों को रोजगार के साधन मुहैया कराने के लिए चलाई जाती थीं।

इनके तहत लाभार्थियों को मामूली ब्याज या ब्याज रहित ऋण उपलब्ध कराया जाता था। जिले के काफी तादाद में लोगों ने इन योजनाओं के तहत ऋण लिया लेकिन उसकी अदायगी नहीं की। शासन और विभाग ने भी लंबे समय तक सुध नहीं ली। लेकिन ऋण पर ब्याज बढ़ता रहा। लाभार्थियों ने मान लिया कि उनका बकाया बट्टे खाते में चला गया होगा लेकिन अब अचानक उन्हें नोटिस जारी कर दिए गए हैं।

विभागीय आंकड़ों के मुताबिक वर्ष 1995 से 2009 तक जिले के 1743 लोगों ने करीब डेढ करोड़ का ऋण लेकर कारोबार शुरू किया था। कुछ लोगों का कारोबार चल निकला, कुछ लोगों की रकम डूब गई। बहरहाल इनमें से 200 लोगों ने ही समय पर ऋण की अदायगी की। बाकी लोगों ने रकम नहीं अदा की। इन लोगों पर अब ब्याज के साथ 10 करोड़ रुपये से ज्यादा का बकाया हो गया है। इसकी वसूली के लिए शासन के निर्देश पर विभाग ने विशेष अभियान शुरू किया है जो 31 जनवरी तक चलेगा।

कई लाभार्थियों पर अब 50 लाख तक का बकाया
जिन बकायादारों को नोटिस जारी किया है, उनमें करीब दर्जन भर बड़े बकायादार हैं। इन पर 50 लाख रुपये तक का बकाया है। विभाग की ओर से इन बकायादारों को नोटिस जारी करने के साथ व्यक्तिगत तौर पर संपर्क साधा गया है और 31 जनवरी तक बकाया अदा न करने पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी है।

हालांकि अब तक एक भी बकायादार ने बकाया की अदायगी नहीं की है। कुछ लोगों ने पैसा जमा करने से साफ इन्कार कर दिया है। विभाग ऐसे लोगों को खासतौर पर चिह्नित कर रहा है। विभाग ने बकाया जमा करने के लिए बैंक खाता नंबर भी जारी किया है। बैंक ऑफ बड़ौदा की विकास भवन स्थित शाखा में सीधे पैसा जमा किया जा सकता है। इसके बाद बैंक की स्लिप, एक फोटो अल्पसंख्यक विभाग में जमा करनी होगी ताकि बकायादार का खाता बंद कर दिया जाए।

बंद हो चुकी है टर्म लोन योजना
टर्म लोन योजना काफी पुरानी है जिसे अब सरकार ने बंद कर दिया है। वर्ष 1995 से 2009 तक काफी लोगों को इस योजना के तहत लाभ मिला। इसके बाद बजट जारी न होने की वजह से लोगों को ऋण तो नहीं मिल पाया लेकिन योजना चलती रही। अब सरकार ने इस योजना को पूरी तरह बंद कर दिया है। अफसरों के मुताबिक ब्याज और मूलधन के साथ ऋण की रकम करीब पांच गुना पहुंच गई है। बकायादारों के लिए इसकी अदायगी और अफसरों के लिए इसकी वसूली अब किसी चुनौती से कम नहीं है।

अल्पसंख्यक वर्ग के 1543 लोगों पर करीब 10 करोड़ रुपये का बकाया है, जिसकी वसूली की जानी है। सभी को नोटिस जारी करते हुए 31 जनवरी तक बकाया जमा करने काे कहा गया है। तय समय तक जो भी धनराशि जमा नहीं करेंगा, उसे प्रशासन की ओर से आरसी जारी कर वसूली की जाएगी--- दिलीप कुमार, डिप्टी डायरेक्टर/जिला अल्पसंख्यक अधिकारी।

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