बरेली: सुरेश प्रधान को पनाह देने वाले अस्पताल पर पुलिस मेहरबान, अभी तक क्यों नहीं की कार्यवाही?

बरेली: सुरेश प्रधान को पनाह देने वाले अस्पताल पर पुलिस मेहरबान, अभी तक क्यों नहीं की कार्यवाही?

बरेली, अमृत विचार। फरीदपुर की कटरी में खूनी संघर्ष के दौरान सुरेश प्रधान गंभीर रूप से घायल हो गया था। ट्रिपल मर्डर केस के बाद घायल सुरेश प्रधान  मौके से फरार हो गया था। इस दौरान उसने किस अस्पताल में 4 दिनों तक अपना इलाज कराया यह बात आज तक राज बनी हुई है। पुलिस ने अब तक उस अस्पताल का नाम नहीं बताया है और ना ही पुलिस ने फरार अपराधी का चोरी छुपे इलाज करने वाले अस्पताल प्रशासन के खिलाफ कोई कार्रवाई की है। इसी को लेकर अब पुलिस पर आरोप लगने शुरू हो गए हैं। चर्चा तो यह भी है कि खादी के आगे खाकी इस मामले में कई मोड़ पर बेबस नजर आई।

11 जनवरी को कटरी में हुए खूनी संघर्ष में 3 लोगों की हत्या कर दी गई थी। जिसमें परमवीर पक्ष के देवेंद्र सिंह और परविंदर सिंह की मौत हो गई थी। जबकि सुरेश प्रधान पक्ष के गुल मोहम्मद भी  मारा गया था। कटरी कांड में सुरेश प्रधान भी गंभीर रूप से घायल हुआ था। घायल होने के बाद भी वह मौके से फरार हो गया था। जिसके बाद 4 दिन तक उसने एक अस्पताल में छुप कर अपना इलाज कराया था। कहा गया कि सुरेश मुरादाबाद के एक अस्पताल में था। 

सुरेश प्रधान के सिविल लाइन स्थित एक अस्पताल में मिलने के बाद पुलिस ने दावा किया था कि कटरी कांड के मुख्य आरोपी का चोरी छुपे इलाज करने वाले अस्पताल प्रशासन के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। सुरेश प्रधान को जेल भेजने के बाद भी पुलिस अब तक संबंधित अस्पताल पर कोई कार्यवाही नहीं की है, और ना ही पुलिस ने अब तक अस्पताल का नाम ही बताया है। सुरेश प्रधान के मिलने के बाद पुलिस अफसरों ने दावा किया था कि सुरेश प्रधान का चोरी छुपे उपचार करने वाले अस्पताल प्रशासन के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। अस्पताल पर कार्रवाई का मामला पूरी तरह ठंडे बस्ते में डाल दिया गया। 

अस्पताल पर कार्यवाही क्यों नहीं हुई अब इसको लेकर सवाल उठना शुरू हो गए हैं। इस मामले में पुलिस ने दोनों पक्षों की ओर से मुकदमा दर्ज करने के बाद मुख्य आरोपी परमवीर, सुरेश प्रधान, सूरज पाल समेत अब तक 23 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है।

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