रायबरेली: लालगंज में ट्रेन हादसा, कारखाना से स्टेशन कोच लेकर आ रही ट्रेन पटरी से उतरी, रेल महकमे में हड़कंप

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Published By Deepak Mishra
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लालगंज (रायबरेली), अमृत विचार। आधुनिक रेल कोच कारखाना से 19 नये कोच डिब्बे लेकर लालगंज रेलवे स्टेशन आ रही ट्रेन पटरी से उतर गई है। यह हादसा रायबरेली रोड क्रॉसिंग के पहले हुआ है। ट्रेन का इंजन और एक डिब्बा पटरी से उतरा है। सूचना मिलते ही रेल महकमे में हड़कंप मच गया। आनन फानन रेल के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे। 

उन्होंने बताया कि इंजन और डिब्बे को पटरी पर लाने वाली क्रेन लखनऊ से मंगाई गई है। शीघ्र ही रेसक्यू कर इंजन और पूरी ट्रेन को पटरी पर लाया जाएगा। घटनास्थल से मिली जानकारी के अनुसार ट्रेन चालक आर आर मीणा सुबह 5 बजे रेल कोच कारखाने से नवनिर्मित 19 एसी कोच लेकर लालगंज रेलवे स्टेशन के लिए चला था। वह जैसे ही लालगंज स्टेशन के गेट नंबर 71 बी के पास पहुंचा।

 इंजन और एक डिब्बा पटरी से उतर गया। रेल अधिकारियों ने बताया कि सिंगल सेट नहीं था और ट्रेकप्वाइंट भी बना नहीं था जिसके चलते रेल ट्रैक क्लियर ना होने के कारण सिंगनल के पास मिलने वाली पटरी अलग थी ।उसी के कारण इंजन और डिब्बा ओवरसूट करते हुए पटरी से डिरेल हो गया। गनीमत यह रही कि पूरी ट्रेन पटरी से नहीं उतरी अन्यथा भारी नुकसान भी हो सकता था। 

उन्होंने बताया कि सुबह कोहरा बहुत था जिसके चलते ट्रेन ड्राइवर सिंगल नहीं देख पाया और हादसा हो गया। वास्तव में रेल कोच से जब भी डिब्बे लेकर इंजन लालगंज रेलवे स्टेशन आता है ।पहले सिंगनल पर खड़ा होता है। उसके बाद ही स्टेशन से उसे लाइन क्लियर मिलती है। तब जाकर ड्राइवर ट्रेनकोच लेकर स्टेशन पहुंचता है।

हालांकि हादसा सिग्नल से 100 मीटर के ओवर ही हुआ है। घटनास्थल पर पहुंचे यातायात निरीक्षक बालमुकुंद और सीनियर सेक्शन इंजीनियर शुभम श्रीवास्तव ने हादसे का जायजा लिया और कहा कि अगर ड्राइवर की लापरवाही पाई गई तो सख्त कार्यवाही की जाएगी।

मचा हड़कंप , लगी भीड़ 
एक साथ दो ट्रेन गेट पर आने से गेटमैन हुआ हक्का-बक्का लालगंज रायबरेली ।रेल डिब्बा लेकर जा रही ट्रेन के दुर्घटनाग्रस्त हो जाने के चलते मौके पर लोगों का मजमा लग गया गेट नंबर 71 बी के गेटमैन कृष्णानंद ने बताया कि सुबह 5:19 से 5.26 मिनट के बीच रायबरेली कानपुर आर यू सी ट्रेन निकली थी ।उसी समय 5:21 पर रेल कोच से डिब्बा लेकर आने वाली ट्रेन भी गेट के पास आ गई। वह दो दो गाड़ियों को देखकर हक्का-बक्का रह गया। 

उसने फौरन रेलवे स्टेशन को सूचना दी ।सूचना मिलते ही अधिकारी मौके पर पहुंचे और घटना का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि अगर एमसीएफ से डिब्बा लेकर आने वाला इंजन 5 मीटर भी आगे बढ़ जाता और गेट पर पहुंच जाता तो निश्चित रूप से हादसा भी हो सकता था और जनहानि भी हो सकती थी। हालांकि जन हानि न होने से रेल महकमा ने चैन की सांस ली है।

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