Parliament Budget Session : विपक्षी दलों ने बजट सत्र में सरकार को घेरने की रणनीति को लेकर बैठक की 

Parliament Budget Session : विपक्षी दलों ने बजट सत्र में सरकार को घेरने की रणनीति को लेकर बैठक की 

नई दिल्ली। कांग्रेस और कई अन्य विपक्षी दलों ने संसद के मौजूदा बजट सत्र में उठाये जाने वाले मुद्दों और सरकार को घेरने की रणनीति पर गुरुवार को चर्चा की। राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के संसद भवन स्थित कक्ष में हुई बैठक में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश, तृणमूल कांग्रेस के सुदीप बंदोपाध्याय और डेरेक ओब्रायन, द्रमुक की कनिमोई, समाजवादी पार्टी के रामगोपाल यादव, शिवसेना (उद्धव ठाकरे) के संजय राउत और कुछ अन्य दलों के नेता मौजूद थे। 


सूत्रों का कहना है कि इस सत्र में विपक्षी दल चीन, महंगाई, बेरोजगारी, अर्थव्यवस्था से जुड़े मुद्दों, केंद्र-राज्य संबंध आदि पर सरकार को घेर सकते हैं। इस बीच लोकसभा में कांग्रेस सदस्य मणिकम टैगोर ने अडाणी मामले और मनीष तिवारी ने चीन के मामले पर चर्चा की मांग करते हुए कार्यस्थगन के नोटिस दिए हैं। संसद का बजट सत्र मंगलवार से आरंभ हो गया है। इसका पहला चरण 14 फरवरी तक होगा। करीब एक महीने के अवकाश के बाद बजट सत्र का दूसरा चरण 12 मार्च से शुरू होगा और 6 अप्रैल तक चलेगा। 

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, सभी पार्टियों के नेताओं ने मिलकर एक फैसला लिया है कि आर्थिक दृष्टि से देश में जो घटनाएं हो रही हैं उसे सदन में उठाना है इसलिए हमने एक नोटिस दिया था। हम इस नोटिस पर चर्चा चाहते थे लेकिन जब भी हम नोटिस देते हैं तो उसे रिजेक्ट कर दिया जाता है। हमने तय किया कि सदन में इस पर चर्चा करेंगे कि जिनका पैसा LIC में है या अन्य संस्थानों में है वो कैसे बर्बाद हो रहा है। लोगों का पैसा चंद कंपनियों को दिया जा रहा है जिसकी रिपोर्ट आने से कंपनी के शेयर्स गिर गए हैं। LIC, SBI सहित अन्य सरकारी संस्थानों में जो लोगों का पैसा है उसकी जांच होनी चाहिए और इसकी प्रतिदिन रिपोर्ट जनता के सामने रखी जाए।

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