खबर का असर: पीलीभीत में नहीं चला रसूखदारों का जोर, स्टेडियम रोड पर गरजी पालिका की जेसीबी, अवैध निर्माण ध्वस्त
सिटी मजिस्ट्रेट की अगुवाई में चला अतिक्रमण हटाओ अभियान, एसएस हॉस्पिटल के बाहर ध्वस्त की अवैध पार्किंग
पीलीभीत, अमृत विचार। कई दिन से चली आ रही टालमटोल के बाद आखिरकार प्रशासन सख्त हुआ और गांधी स्टेडियम रोड पर अतिक्रमणकारियों की शामत आ गई। सिटी मजिस्ट्रेट की अगुवाई में विशेष अभियान चलाते हुए अतिक्रमण हटवाया गया। रसूखदारों का भी जोर नहीं चल सका। इस कार्रवाई के दौरान अतिक्रमणकारियों में हड़कंप मचा रहा।
शहर की सड़कों पर मुख्य समस्या जाम की है। गांधी स्टेडियम रोड पर भी कई सालों से स्थिति बदतर बनी हुई है। दुकानों को फुटपाथ पर सजाया जा रहा था। वहीं, नो पार्किंग जोन होने के बावजूद बेतरतीब तरीके वाहन खड़े किए जाते रहे। अतिक्रमण और बेतरतीब पार्किंग की वजह से आ रही जाम की समस्या को अमृत विचार ने प्रमुखता से प्रकाशित किया। जिसका संज्ञान लेते हुए सोमवार को पुलिस-प्रशासन एक्शन मोड में दिखाई दिया। सिटी मजिस्ट्रेट डा. राजेश कुमार, सीओ यातायात सुनील दत्त, एआरटीओ वीरेंद्र सिंह, कोतवाल नरेश त्यागी, इंस्पेक्टर सुनगढ़ी राजीव कुमार शर्मा पुलिस और नगर पालिका टीम के साथ पहुंचे। सुनगढ़ी तिराहे से कार्रवाई शुरू की गई।

कई प्रतिष्ठानों के आगे किए गए अतिक्रमण को जेसीबी से ध्वस्त कर दिया गया। मार्ग पर पिछले कुछ समय में अफसरों की अनदेखी के चलते खोका और फड़ की भरमार हो चुकी थी। मगर जब अभियान में अधिकारियों ने सख्ती दिखाई तो दोनों तरफ के फुटपाथ से अतिक्रमण हटता चला गया। कई खोखे बंद थे और उनमें सामान भी रखा हुआ था। इन पर भी नगर पालिका की जेसीबी गरजी। एसएस अस्पताल समेत अन्य निजी अस्पतालों के बाहर भी लगाए बोर्ड, स्थायी निर्माण करते हुए लगाए गए टिनशेड, ठेले खोखे आदि भी हटवाए। इसके साथ ही अस्पताल के बाहर अवैध रूप से पार्किंग को भी ध्वस्त कराया गया है। कई घंटे तक अफरा-तफरी मची रही।
गांधी स्टेडियम रोड पर अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाते हुए कार्रवाई की गई है। दोबारा अतिक्रमण न हो, इसके लिए मातहतों की जिम्मेदारी तय करते हुए निर्देशित कर दिया गया है। इसकी निगरानी कराई जाएगी- डा.राजेश कुमार, सिटी मजिस्ट्रेट।
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