UP Budget 2023 : 55.60 करोड़ से बढ़ेगा मोटे अनाज का रकबा 

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Published By Virendra Pandey
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2023-24 में 77 हजार हेक्टेयर बढ़ेगा रकबा, ढाई लाख किसानों को मिलेंगे बीज

अमृत विचार, लखनऊ। प्रदेश सरकार ने बजट में मोटे अनाज जैसे ज्वार, बाजरा, कोदो, सांवा, रागी आदि की पैदावार पर जोर दिया है। जिसे बढ़ाने के लिए 2023-24 में 55.60 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। हालांकि केंद्र सरकार का बजट जारी होने के बाद 'मिलेट्स पुनरोद्धार कार्यक्रम' बनाया था। जिसमें 2022-23 से 2026-27 तक किसानों को अच्छी गुणवत्ता की निशुल्क बीज देने की कार्ययोजना बनाई गई है। जो अब बजट से धरातल पर उतरेगी। किसानों को खेती का प्रशिक्षण दिया जाएगा। साथ ही उन्नत खेती के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। इसके अलावा उनके द्वारा की गई उपज को विपणन की सुविधा मिलेगी। जो अभी किसानों के लिए कठिन है। धान व गेहूं की तरह सरकारी केंद्र खोलकर बिक्री भी की जाएगी। इससे समर्थन मूल्य मिलेंगे।

प्रदेश में 2021-22 में 10.83 लाख हेक्टेयर में हुआ था मोटा अनाज

प्रदेश में मोटे अनाज की खेती पर गौर करें तो 2021-22 में 10.83 लाख हेक्टेयर में पैदावार हुई थी। जिसमें इस बार 75 हजार हेक्टेयर रकबा बढ़ाने की योजना है। 75 हजार हेक्टेयर में ढाई लाख किसानों को प्रोत्साहित किया जाएगा। जिसमें अतिरिक्त 88 हजार मीट्रिक टन पैदावार होने का अनुमान है। इसके लिए लघु व सीमांत किसानों को प्राथमिकता से निशुल्क अच्छी किस्म के बीज मिलेंगे। मोटे अनाज में धान व गेहूं की तुलना में कई तरह के पोषकतत्व, विटामिन आदि अधिक मात्रा में पाए जाते हैं। 

दलहन-तिलहन बीज की मिलेंगी किट

बजट में किसानों की आय बढ़ाने के लिए दलहन-तिलहन को भी ध्यान में रखा गया है। जिसका प्रदेश में रकबा बढ़ाया जाएगा। दलहन के लिए सरकार ने 15 करोड़ व तिलहन के लिए भी 15 करोड़ रुपये प्रस्तावित किए हैं। जिससे किसानों को बीजों की किट दी जाएगी। 

वर्जन

प्रदेश सरकार का बजट किसानों के हित में है। जिससे किसानों को राहत मिलेगी। कृषि कार्य आसान होंगे और योजनाओं का लाभ मिलेगा। उन्नत खेती की तरफ किसान बढ़ेंगे।

डॉ. एके मिश्रा, उप निदेशक

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