मुरादाबाद : उपलब्धि! दिव्यांगता भी नहीं तोड़ पाई सौरभ के हौसले...

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Published By Bhawna
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सौरभ त्यागी के पिता देशराज एक छोटे किसान हैं। जिस वजह से प्रारंभ में आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ा, लेकिन दोस्तों ने हमेशा उनका साथ दिया

मुरादाबाद, अमृत विचार। पंखों से कुछ नहीं होता हौसलों से उड़ान होती है, मंजिल उसी को मिलती है जिसके सपनों में जान होती है। कुछ ऐसी ही कहानी है जिले के क्रिकेटर सौरभ त्यागी की। जिन्होंने एक हादसे में दोनों टांग गंवाने के बाद भी हिम्मत नहीं हारी। अपनी मेहनत और जुनून के दम पर इंडिया व्हीलचेयर क्रिकेट टीम में विकेटकीपर बल्लेबाज के रूप में जगह बनाई है। 

सौरभ का चयन इंडिया टीम में बांग्लादेश के खिलाफ तीन टी-20 मानस इंडो बांग्ला फ्रैंडशिप कप व्हीलचेयर क्रिकेट प्रतियोगिता के लिए हुआ है। प्रतियोगिता का आयोजन 9 मार्च से 11 मार्च तक किया जाएगा। मुरादाबाद जनपद के छजलैट ब्लॉक के गांव कुरमीरपुर निवास दिव्यांग क्रिकेटर सौरभ त्यागी ने बताया कि बचपन से ही उन्हें क्रिकेटर बनने का शौक था, लेकिन 2013 में ट्रेन से सहारनपुर जाते समय कांठ स्टेशन पर वह हादसे का शिकार हो गए। जिसमें उन्होंने अपनी दोनों टांगें गंवा दी। इस घटना के बाद वह निराश हो गए। इसी दौरान उन्होंने यूट्यूब पर व्हीलचेयर क्रिकेट के बारे में जानकारी जुटाई।  यूपी व्हीलचेयर टीम के कप्तान ललित पाठक की सौरभ ने यूपी टीम में जगह बनाई।

छोटे किसान हैं सौरभ के पिता
सौरभ त्यागी के पिता देशराज एक छोटे किसान हैं। जिस वजह से प्रारंभ में आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ा, लेकिन दोस्तों ने हमेशा उनका साथ दिया। सौरभ के परिवार में पिता देशराज, माता रेखा समेत चार भाई-बहन है। सबसे बड़ी बहन अंशु सरकारी शिक्षक हैं। दूसरी बहन मीनू यूपी पुलिस में कार्यरत है। तीसरे नंबर के भाई अनिकेत रेलवे में लोको पायलट है।

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