बरेली: दंगों से निपटने के लिए पुलिस प्रशासन तैयार, दंगाइयों को खदेड़ने के लिए दागे आंसू गैस के गोले

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Published By Moazzam Beg
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बरेली, अमृत विचार। बरेली जिले में किसी भी तरह की अप्रिय घटना और दंगे से निपटने के लिए पुलिस पूरी तरह से तैयार है। वहीं अगर शहर में दंगा हो जाए, तब ऐसी स्थिति में किस तरह से निपटा जाए। इसको लेकर मंगलवार को पुलिस लाइन मैदान में मॉकड्रिल किया गया। जिसमें स्टेशन रोड की तरफ से नारेबाजी करते हुए आए दंगाइयों को जब पुलिस ने रोकने का प्रयास किया तो उन्होंने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया।

इसकी सूचना मिलते ही भारी पुलिस फोर्स के साथ ही पुलिस के आला अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए और दंगाइयों को समझाने की कोशिश की, लेकिन उग्र दंगाइयों ने पथराव के साथ आगजनी भी शुरू कर दी। जहां पहले से मौजूद फायर ब्रिगेड की गाड़ी ने जल्द की आग पर काबू पा लिया और दंगाइयों पर पानी की बौछार की। वहीं इस बीच हालात बिगड़ते देख पुलिस ने लाठीचार्ज के साथ ही आंसू गैस के गोले दागकर दंगाइयों को खदेड़ने की कोशिश की, लेकिन हालात पर काबू नहीं पाया जा सका। जिसके बाद पुलिस को आखिरी चेतावनी देकर गोलियां चलानी पड़ीं, जिसमें कई दंगाई घायल हो गए, जिन्हें एंबुलेंस से इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया। 

वहीं इस दौरान एसएसपी, एसपी ट्रैफिक और एसपी सिटी समेत पुलिस तमाम आला अधिकारियों ने मोर्चा संभाला, जिसके बाद हालात पर काबू पाया जा सका। मॉकड्रिल को लेकर एसएसपी ने बताया सभी की सेवा में 24 घंटे तत्पर रहने वाली पुलिस के लिए कई बार विषम परिस्थितियों से गुजरना पड़ता है। जिसको लेकर आज पुलिस लाइन मैदान में एक मार्क ड्रिल किया गया। इस दौरान पुलिस पर दंगाइयों ने हमला कर दिया। पुलिस ने उन्हें खदेड़ने के लिए आंसू गैस के गोले दागे, जिसके बाद स्थिति को नियंत्रित किया गया। 

इस दौरान एसपी ट्रैफिक राममोहन सिंह, एसपी सिटी राहुल भाटी, सीओ श्वेता कुमारी यादव आदि ने गैस के गोले दागकर स्थिति से निपटने का प्रशिक्षण लिया। साथ ही दंगे के दौरान किस तरह से दंगाइयों पर काबू करते हुए आमजन को बचाया जाए, इसकी भी प्रैक्टिस की। इस दौरान एसएसपी रोहित सिंह सजवाण समेत तमाम पुलिस अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे।

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