बरेली: केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्म्द खान ने किया मुफ्ती-ए-आजम और उनके खुल्फा किताब का विमोचन

Amrit Vichar Network
Published By Moazzam Beg
On

बरेली, अमृत विचार। केरल के राज्यपाल आरिफ खां ने आज बरेली सर्किट हाउस में आला इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी के द्वारा लिखी मुफ्ती-ए-आजम और उनके खुल्फा किताब का विमोचन किया। इस दौरान उन्होंने बताया कि हमारे देश में सभी धर्मों के लोग मिलजुल कर रहते हैं। सभी आपस मे भाईचारे से एक दूसरे के दुख-सुख में शरीक होते हैं। इस दौरान उन्होंने आला हजरत को लेकर अपने विचार साझा किए और बताया किस तरह से आला हजरत ने बरेली शहर को एक नई पहचान दिलाई। 

वहीं इस मौके पर गवर्नर आरिफ ने सभी से मौलाना शाहबुद्दीन की किताब को पढ़ने को कहा। वहीं गवर्नर आरिफ ने फुर्सत के क्षण पाते ही मीडिया के सवालों के जवाब दिए। एक सवाल के जवाब में गवर्नर आरिफ ने कहा कि वह मानते हैं कि हिंदुस्तान में रहने वाले, पैदा होने वाले, यहां का खाना खाने वाले, पानी पीने वाले को हक है कि वह अपने को हिंदुस्तानी कह सके।

वहीं वंदेमातरम पर पूछे कहे एक सवाल के जवाब में कहा कि जब यह मान लिया गया हो कि इस पर कोई एतराज नहीं है तो विवादों को हवा देने से कोई फायदा नहीं है। वहीं गवर्नर आरिफ ने कहा कि उन्हें लगता है कि लोग मौलाना शाहबुद्दीन की किताब पढ़ेंगे और सभी को पढ़ना भी चाहिए। वह तो सख्त रूप से इस बात की पैरवी करते हैं कि जब समय मिले तब बाइबिल, कुरान, गीता सब पढ़ें। यह सब किताबें आपको हिकमत, विजडम सिखाती हैं। यह किताबें हजारों साल से अपनी उपयोगिता की वजह से जिंदा है। बता दें कि मौलाना की किताब का बरेली के सर्किट हाउस में विमोचन का कार्यक्रम था। गवर्नर के पहुंचने पर यहां गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इस मौके पर मुस्लिम समाज के तमाम बुद्धिजीवी मौजूद रहे। 

ये भी पढे़ं- बरेली: रंगों में घुलेगा सब्जियों और फूलों से बना रंग

 

संबंधित समाचार